कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर कांड की हकीकत का पता लगाने के लिये गठित एकल आयोग के सदस्य सेवानिवृत्त न्यायाधीश शशिकांत अग्रवाल सोमवार को चौबेपुर क्षेत्र में स्थित बिकरू गांव पहुंचे । करीब साढ़े बारह बजे बिकरू गांव पहुंचे रिटायर्ड जस्टिस शशिकांत अग्रवाल ने सबसे पहले घटनास्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद विकास दुबे के घर के पास ही उन्होंने जिलाधिकारी डॉ ब्रह्मदेव तिवारी और एसएसपी दिनेश कुमार पी से करीब 25 मिनट तक घटनाक्रम और विकास का घर गिराए जाने के संबंध में प्रश्न किए।
उन्होंने दिनेश दुबे के बेटे मनोज दुबे समेत छह लोगों से शिकायतों को सुना और ग्रामीणों से पूछताछ की। करीब एक घंटे तक जांच और पूछताछ करने के बाद वह 1:30 बजे गांव से रवाना हो गए। गौरतलब है कि बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके साथियों ने दो तीन जुलाई की रात दबिश देने गयी पुलिस टीम पर अंधाधुध फायरिंग कर दी थी। इस हमले में एक क्षेत्राधिकारी समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गये थे जबकि सात पुलिस वाले घायल हो गये थे।
इस हमले के मुख्य आरोपी विकास दुबे को मध्यप्रदेश पुलिस ने उज्जैन के महाकाल क्षेत्र से गिरफ्तार किया था लेकिन कानपुर आते वक्त एक हादसे में उसने भागने का प्रयास किया और पुलिस की गोली से मारा गया। सरकार ने घटना की निष्पक्ष जांच करने के लिए एसआईटी गठन किया गया है तो वही इस कांड की जांच प्रदेश सरकार द्वारा रविवार को गठित एकल जांच आयोग कर रहा है जिसका मुख्यालय कानपुर में बनाया गया है।