लखनऊ। चीन के मुद्दे पर केन्द्र सरकार के साथ खड़ा होने का भरोसा दिलाते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अब सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि देश की सीमाओं के साथ ही जनता के विश्वास की भी शत-प्रतिशत रक्षा हो। यादव ने शनिवार को जारी बयान में कहा कि समाजवादी सरकार के समय बने आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे आज देश की सेना के लिए रनवे की तरह तैयार है। यहां लड़ाकू विमान उतर सकते है और यहां से उड़ान भी भर सकते हैं।
यह एक्सप्रेस-वे एक दूरगामी निवेश की सोच का परिणाम है जिसका दोहरा लाभ देश के सैनिकों एवं जनता को निरन्तर मिलता रहेगा। उधर, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ शुक्रवार को विपक्षी दलों के साथ बैठक में सपा का प्रतिनिधित्व करते हुये पार्टी महासचिव प्रो रामगोपाल यादव ने कहा कि चीन और पाकिस्तान पर कभी भरोसा नहीं किया जा सकता है। सरकार कुछ भी कहें लेकिन सच यह है कि चीन ने हमारी कुछ जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसको कूटनीतिक राजनीतिक बातचीत के जरिए वापस लेना होगा।
उन्होंने कहा कि चीनी उत्पादों का आयात रोका जाना चाहिए क्योंकि उनसे हमारे कुटीर उद्योग खत्म हो गए है और करोड़ों लोग बेरोजगार हो गए है। भारत चीन के उत्पादों का डंिम्पग ग्राउण्ड बन गया है। आयात पर तत्काल रोक पर कोई दिक्कत हो तो चीन से आयातित उत्पादों पर 300 प्रतिशत डयूटी लगाने की व्यवस्था होनी चाहिए। प्रो रामगोपाल ने सुझाव दिया कि अरूणाचल प्रदेश से लेकर कच्छ तक जितने लोकसभा क्षेत्र, चीन और पाकिस्तान की सीमा से मिलते हैं, उनके सांसदों से हर तीन माह में मिलकर जमीनी हकीकत की जानकारी लेनी चाहिए।
युद्ध किसी देश के लिए हितकर नहीं होता है, यह केवल विनाश लाता है। इसलिए शांति के यदि प्रयास असफल हो जाएं और चीनी सैनिक हमारी सीमाओं से वापस न हटें तो युद्ध को अंतिम विकल्प के रूप में ही चुना जाए और इस अवधि में भारत को अपनी सेनाओं को पूरी तरह सुसज्जित करके सीमाओं की रक्षा के लिए तैयार रखा जाए।