अयोध्या। बद्रिकाश्रम के शंकराचार्य एवं श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य वासुदेवानंद सरस्वती ने कहा कि समतलीकरण के बाद ही राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किया जायेगा। शंकराचार्य वासुदेवानंद ने बुधवार को मणिराम दास छावनी में पत्रकारों से कहा ‘‘ जहां रामलला विराजमान हैं उस स्थल का समतलीकरण के बाद ही राम मंदिर का भूमि पूजन किया जायेगा। अब समतलीकरण का काम कब तक चलेगा, यह तो वहां पर जाने के बाद ही मालूम पड़ेगा। ’’ उन्होने कहा ‘‘ राममंदिर के निर्माण कार्य में कुछ लोग रोड़ा अटकाने वाले बैठे हैं, जो चाहते है कि मंदिर का काम रूक जाये।
हमें व्यवधान की चिंता नही है। हमारा लक्ष्य सिर्फ राममंदिर बनाना है। मंदिर के पक्ष में उच्चतम न्यायालय ने पहले ही फैसला दे दिया है। ’’ शंकराचार्य ने कहा ‘‘ सप्तपुरियों में एक पुरी अयोध्यानगरी है जो धाम भी है। रामलला हमारे ठाकुरजी हैं, जिनका दर्शन करने मैं आया हूं और शाम तक उनका दर्शन भी करूंगा। साथ ही रामजन्मभूमि पर चल रहे समतलीकरण के कार्य को भी देखूंगा कि अब तक कितना काम हो चुका है।
इसके अलावा कल यानी गुरूवार को रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष महन्त नृत्यगोपाल दास का 82वां जन्मदिवस है, जिनको बधाई देने के लिए मैं आज अयोध्या प्रवास भी करूंगा।’’ एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मंदिर छोटा होता है और शालिग्राम की मूर्ति भी छोटी होती है। हमारे रामलला छोटे कद के हैं इसलिए उनके अनुसार मंदिर बनना चाहिए। रामजन्मभूमि में जो आनुषांगिक कार्य होंगे, उनको विस्तार दिया जायेगा। जैसे रामायण अनुसंधान, संत-यात्री निवास, कथामण्डपम आदि हो। इन सबका विस्तार होना चाहिए।