लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिये सरकार कटिबद्ध है और इसका प्रमाण है कि मात्र तीन महीनों के अल्पकाल में न सिर्फ कोविड अस्पतालों में बेड की कुल क्षमता एक लाख से अधिक की गयी बल्कि टेस्टिंग की क्षमता प्रतिदिन दस हजार हो गयी है। योगी ने लाकडाउन की समीक्षा बैठक में कहा कि मार्च के पहले सप्ताह में जब प्रदेश में कोविड-19 का पहला मामला प्रकाश में आया था, उस समय राज्य में इसकी टेस्टिंग क्षमता मात्र 50 थी। केन्द्र सरकार के सहयोग से वर्तमान में प्रदेश की टेस्टिंग क्षमता को विकसित कर 10 हजार से अधिक कर लिया गया है।
उन्होने कहा कि राज्य में एल-1, एल-2 और एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड की कुल क्षमता को बढ़ाकर एक लाख से अधिक कर लिया गया है। राज्य में कोविड अस्पतालों एवं अन्य चिकित्सा सुविधाओं को और सुदृढ़ किए जाने के साथ ही, कोविड-19 की टेस्टिंग क्षमता को 15 जून तक बढ़ाकर 15 हजार किए जाने तथा इस माह के अन्त तक बढ़ाकर 20 हजार किए जाने के निर्देश दिए गये हैं।
योगी ने कहा कि आज हर जिले में एल-1 और एल-2 कोविड अस्पताल उपलब्ध हैं। एल-1 कोविड अस्पतालों में सामान्य बेड के साथ ही, आक्सीजन आपूर्ति की सुविधा से युक्त बेड भी उपलब्ध हैं जबकि एल-2 कोविड अस्पतालों में आक्सीजन युक्त बेड के साथ ही, वेंटीलेटर की सुविधा से युक्त बेड भी उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि एक जून से रेल सेवा प्रारम्भ होने के कारण रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों की समुचित स्क्रीनिंग की जायेगी। उन्होंने स्क्रीनिंग के लिये रेलवे स्टेशनों पर प्रशासन, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को तैनात किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड को पत्र लिखा जायेगा कि वह विभिन्न राज्यों से प्रदेश में आने वाले कामगारों को ऐसे हैण्डबिल उपलब्ध कराये जिसमें कोरोना वायरस कोविड-19 के विषय में बरती जाने वाली सावधानी के बारे में बताया गया हो।