नई दिल्ली। चीन के साथ लद्दाख सीमा पर पिछले कुछ दिनों से चल रहे तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि इस मामले को सुलझाने के लिए चीन के साथ बातचीत जारी है और वह देशवासियों को आश्वस्त करना चाहते हैं कि देश के स्वाभिमान को चोट नहीं पहुंचने देंगे। सिंह ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक वर्ष पूरा होने के मौके पर एक ट्विट में यह बात कही। उन्होंने कहा , ‘‘ देश को आश्वस्त करना चाहता हूँ कि हम किसी भी सूरत में भारत के स्वाभिमान को चोट नहीं पहुँचने देंगे। चीन के साथ जो परिस्थितियाँ पैदा हुई हैं उसे सुलझाने की कोशिश जारी है।
भारत की भी कोशिश है कि तनाव किसी भी सूरत में न बढ़े। दोनों देशों के बीच सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है।’’ एक निजी टेलीविजन चैनल के साथ अपनी बातचीत का वीडियो भी उन्होंने ट्विट किया। इसमें उन्होंने कहा कि भारत की पड़ोसी देशों के साथ अच्छे रिश्ते बनाकर चलने की नीति रही है लेकिन चीन के साथ कभी कभी इस तरह की परिस्थितियां पैदा हो जाती हैं जैसी इस महीने वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हुई हैं लेकिन इसे सुलझाने की कोशिश जारी है और चीन के राष्ट्रपति ने भी कहा है कि वह इस मामले को राजनयिक बातचीत के जरिये सुलझाना चाहते हैं। भारत भी इसे बातचीत के जरिये ही सुलझाना चाहता है।
उन्होंने कहा कि अभी सैन्य और राजनयिक दोनों स्तर पर चीन के साथ बातचीत चल रही है। सिंह ने कहा कि इस तरह के मामलों के समाधान के लिए भारत और चीन के बीच पहले से ही एक तंत्र बना हुआ है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के रक्षा मंत्री के साथ शुक्रवार को फोन पर बातचीत के दौरान उन्होंने अमेरिका को भी इस तंत्र के बारे में जानकारी दी और बताया कि इस तरह के मामलों को हम सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत कर इसका समाधान कर लेते हैं। एक अन्य ट्विट में उन्होंने कहा कि भारतीय सेना में एकीकरण बढा है। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का गठन हुआ है। मेक इन इंडिया को बढ़ावा दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार की नीति है कि देश को रक्षा आयातक नहीं बल्कि एक रक्षा निर्यातक देश बनाना है।