चंडीगढ़। राजस्थान में टिड्डी दल के हमले को लेकर हरियाणा सरकार भी अब स्तर्क हो गई तथा इसके राज्य की ओर बढ़ने की सम्भावनाओं के चलते उसने कृषि विभाग और जिला प्रशासन के अधिकारियों को इससे निपटने के लिये सभी आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिये हैं। राज्य की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने आज यहां टिड्डी दल की निगरानी और नियंत्रण के सम्बंध में कृषि विभाग और अन्य सम्बंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने के बाद इन्हें आवश्यक इंतजÞाम और कदम उठाने के निर्देश जारी किये।
बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजीव कौशल ने बताया कि पड़ोसी राज्यों पंजाब और राजस्थान में टिड्डी दल के हमले की सम्भावनाओं के मद्देनजर हरियाणा को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। स्थिति से निपटने और इसके बारे में जागरूकता फैलाने के लिए टीमें गठित की गई हैं। टिड्डी दल के हमले को नियंत्रित करने के लिए हैफेड और हरियाणा भूमि सुधार और विकास निगम के माध्यम से कीटनाशकों अर्थात क्लोरपायरीफॉस और क्लोरपायरीफॉस का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध कराया गया है और यदि आवश्यक हो तो किसान एजेंसियों से ये कीटनाशक प्राप्त कर सकते हैं।
कौशल ने कहा कि पड़ोसी राज्यों और कुछ अन्य राज्यों में टिड्डी दल के फसलों पर हमला करने के बाद इसके हरियाणा के नौ जिलों में हमले की आशंका है जिन्हें हाई अलर्ट पर रखा है और किसी भी हमले से निपटने के लिए पहले से ही पर्याप्त व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि कृषि विभाग ने कीटनाशकों का पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध करा दिया है और व्हाट्सएप पर किसानों के समूहों का गठन किया है। उन्होंने बताया कि किसानों को भी टिड्डी दल के बारे में सतर्क रहने के लिए कहा गया है।
उन्होंने बताया कि हालांकि अब तक टिड्डी दल ने राज्य में प्रवेश नहीं किया है, लेकिन सभी आवश्यक सावधानियों और उपायों को अमल में लाया जा रहा है, जिसमें ट्रेक्टर माउंटेड छिड़काव सुविधा को सक्रिय करना, टिड्डी नियंत्रण गतिविधियों की निगरानी के लिए एक रिस्पॉन्स टीम का गठन करना शामिल है। इसके साथ ही, उचित समन्वय के लिए उपायुक्तों को रिस्पॉन्स टीम के साथ रोजाना बैठकें करने और इलाकों में किसी प्रकार की कोई तनाव या अफरा तफरी की स्थिति पैदा न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।