1- जिस समय कोरोना चीन, अमेरिका और इटली जैसे देशों में अपने पैर जमा रहा था, उसी समय अगर इसको लेकर भारतीय जागरूक हो जाते तो कोरोना के मामले इतने ज्यादा नहीं बढ़ते।
2- भारत के प्रधानमंत्री मोदी ने 22 मार्च को जनता कर्फ्यू का ऐलान किया था, और इसके बाद सम्पूर्ण भारत में लॉकडाउन की घोषणा की थी। अगर लॉकडाउन कुछ दिनों पहले लिया जाता तो हालात बेहतर हो सकते थे।
3- लॉकडाउन के बाद भी लोग अपने घरों से बिना किसी वजह निकल रहे है। वही दूसरी तरफ कई मजदूर शहर छोड़कर अपने-अपने राज्यों की ओर पलायन कर रहे है। इस वजह से एक ही जगह पर काफी सारी भीड़ एकत्रित हो रही है, जिससे संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा बढ़ गया है।