श्रीनगर। देशभर में कोरोना वायरस ‘कोविड-19’ के बढ़ते खतरे के मद्देनजर कश्मीर घाटी में समचारपत्र वितरकों ने वितरण और आपूर्ति बंद करने का निर्णय लिया है जिसके कारण लोगों को बुधवार से अखबारों के ऑनलाइन संस्करणों से ही काम चलाना पड़ेगा। जम्मू-कश्मीर में पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 और 35 ए समाप्त किये जाने तथा राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद से ही हाई स्पीड इंटरनेट सेवा पर रोक लगी हुई है।
समाचार पत्र वितरण संघ (एनडीए) के प्रवक्ता ने यूनीवार्ता को बताया कि संघ ने एक अप्रैल से ग्राहकों को समाचार पत्रों का वितरण और आपूर्ति रोकने का फैसला किया है। यह फैसला कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण समाचार पत्रों / पत्रिकाओं की होम डिलीवरी और वितरण में आने वाली कठिनाइयों को देखते हुए लिया गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे और रोज हो रही मौतों के मद्देनजर एनडीए के सदस्यों ने समाचार एजेंसियों और हॉकर को समाचार पत्रों को नहीं छूने और अपने-अपने आवासों पर रहने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि इस निर्णय से कश्मीर घाटी में मीडिया घरानों पर दूरगामी प्रभाव पड़ेंगे। गौरतलब है कि घाटी में मंगलवार को 10 वर्षीय लड़के सहित छह व्यक्तियों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया था जिससे जम्मू-कश्मीर में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 55 हो गयी है।