नई दिल्ली। आज पूरी दुनिया कोरोनावायरस से जूझ रही है जिसमें भारत भी शामिल है और भारत में कोरोनवीरस से पीड़ित रोगियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इसलिए सरकार ने कोरोनावायरस का एकमात्र समाधान बंद कर दिया है। कोरोनोवायरस ने पूरी दुनिया को त्रस्त कर दिया है। भारत में संक्रमित लोगों की संख्या 1000 हो गई है, भारत अभी भी कोरोना के दूसरे चरण में है। लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भारत जल्द ही कोरोनोवायरस के तीसरे चरण में पहुंच सकता है।
पीएम मोदी ने बिना समय गंवाए भारत में 21 दिनों का तालाबंदी की है। मोदी सरकार ने अगले दिन राहत पैकेज की घोषणा की। गौरतलब है कि कोरोना के कारण केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा की थी। कोरोना के प्रकोप के खिलाफ सरकार द्वारा युद्ध छेड़ने से प्रभावित गरीबों की कठिनाइयों को देखते हुए 1,71,000 करोड़।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने स्पष्ट कहा है कि इसकी मदद से गरीबों और किसानों को सीधे बैंक में नकदी जमा कराई जाएगी और उन्हें स्थानांतरण की खाद्य सुरक्षा प्रदान की जाएगी। इस बार मनरेगा में काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी बढ़ाकर 2000 रुपये कर दी गई है, साथ ही किसानों, पेंशन धारकों, गरीब विधवाओं, जन धन खाता रखने वाली महिलाओं, उज्जवला योजना के लाभार्थियों ने सभी को राहत देने की घोषणा की है। अगर इन सभी चीजों पर गौर किया जाता है, तो सब कुछ की तैयारी केवल तीन महीने के लिए चल रही है। लॉक डाउन की अवधि तीन महीने तक भी बढ़ सकती है।