नई दिल्ली। भारत में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच केरल में भी एक शख्स के मौत की पुष्टि हुई है। केरल के एर्नाकुलम मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कोरोना वायरस का इलाज करा रहे 69 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार को मौत हो गई। देश के एक बड़े स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने आशंका जाहिर की है कि भारत कोरोना वायरस का अगला सबसे मुख्य केंद्र बन सकता है. यानी चीन, इटली, ईरान के बाद भारत में यह संक्रमण बहुत अधिक प्रभावी हो सकता है। क्योंकि भारत में जो तैयारियां हैं इसे लेकर, वह बाकी एशियाई देशों के अनुपात में कम और अपर्याप्त हैं।
ये आशंका जाहिर की है डॉक्टर टी. जैकब जॉन ने. डॉक्टर जॉन इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च सेंटर (ICMR) के एंडवांस्ड रिसर्च इन वायरोलॉजी सेंटर के पूर्व चीफ रह चुके हैं। डॉक्टर टी. जैकब जॉन का कहना है कि भारत का मौसम और आबादी इस वायरस को फैलाने के लिए काफी है। क्योंकि लोग उपचार से और क्वारंटीन से बचने के लिए भाग रहे हैं। डॉ टी जैकब जॉन भारत सरकार के पोलियो मुक्त अभियान की सलाहकार समिति में भी शामिल थे।
इसके साथ ही वेल्लोर स्थित क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज स्थित नेशनल HIV/एड्स रिफरेंस सेंटर के चीफ भी रह चुके हैं। डॉ. जैकब ने कहा कि हर सप्ताह यह एक बड़ा एवलांच (हिमस्खलन) बनता जा रहै है जो कभी भी भारत पर गिर सकता है। डॉ. टी. जैकब जॉन ने कहा कि भारत के तक़रीबन हर शहर में एक इलाका ऐसा होता है जहां लोगों के घरों और लोगों के बीच की दूरी काफी कम होती है। इस हालात में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा और अधिक हो जाता है।