नई दिल्ली। इस महामारी ने दुनिया में ऐसा तांडव मचाया है कि, लोगों की जिंदगियां ही बदल गई हैं। अब तक इस महामारी से निपटने के लिए कोई वैक्सीन भी नहीं बन पाई है। जिससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि, ये वायरस कितना खतरनाक है कि, दुनिया के बड़े-बड़े देशों के डॉक्टर्स और वैज्ञानिक अब भी इस वायरस का इलाज ढूंढ रहे हैं। भारत सरकार ने इस वायरस का प्रकोप कम करने के लिए लॉकडाउन जैसा फैसला उठाया है जिसका प्रभाव सबसे ज्यादा दिहाड़ी मजदूरों के जीवन पर पड़ा है।
इस वायरस की चपेट में आने से भारत में 19 से अधिक लोगों की मौत है जबकि, 800 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं इसी बीच भारतीय वैज्ञानिकों ने इस वायरस को लेकर बड़ी सफलता हासिल की है। वैज्ञानिकों ने माइक्रोस्कोपी से इस वायरस के असल रूप का पता लगा लिया है साथ ही कुछ तस्वीरें भी जारी की हैं। जिनमें ये वायरस एक बिंदु से भी काफी छोटा है। वैज्ञानिकों के ये सफलता उस पहले मरीज के गले की नली से मिली है जिसका मामला 30 जनवरी को सामने आया था।
वैज्ञानिकों ने मरीज के नमूनों की जांच की जिससे इसकी तस्वीर साफ हो पाई तस्वीर सामने आने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि, बहुत जल्द अब वैज्ञानिकों को इसका इलाज मिल जाएगा और लोगों की जान बच जाएगी। बता दें, वैज्ञानिकों द्वारा किए शोध को इंडियन जर्नल ऑफ मेडिकल रिसर्च के नए संस्करण में प्रकाशित किया गया है।
जिससे इस बारे में जानकारी प्राप्त हुई है। बात अगर कोरोना के मामलों की करें तो, देश में हर दिन संक्रमित व्यक्तियों की संख्या बढ़ती जा रही है लॉकडाउन का असर देखने को तो मिल रहा है मगर अब भी कुछ लोग इस वायरस को हल्के में ले रहे हैं और सरकार के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं।