नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मोदी सरकार को कोरोना वायरस के बारे में फरवरी महीने में ही आगाह कर दिया था। हालांकि तब उनकी बातों को किसी ने गंभीरता पूर्वक लेने का प्रयत्न नहीं किया। इसके बावजूद भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी पुरे जोर-शोर से देश को इस संकट से निकालने में लगे हुए हैं।
कोरोना से देश को बचाने के लिए राहुल जी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए अपना सुझाव दिया। इस सुझाव में उन्होंने अपनी रणनीति को दो हिस्सों में बांटते हुए कहा, "हमारा देश कोरोना वायरस से युद्ध लड़ रहा है। आज सवाल ये है कि हम ऐसा क्या करें के कम से कम जानें जाएँ? स्तिथि को नियंत्रण में करने के लिए सरकार की बहुत बड़ी ज़िम्मेदारी है। मेरा मानना है कि हमारी रणनीति दो हिस्सों में बँटी हो।
राहुल जी की रणनीति का पहला भाग 'कोरोना वायरस से जमकर जूझना हैं', जिसके अंतर्गत संक्रमण रोकने के लिए एकांत में रहने और बड़े पैमाने पर मरीज़ों की टेस्टिंग कराने तथा शहरी इलाक़ों में विशाल आपातकालीन अस्थाई हॉस्पिटल का तुरंत विस्तार कराने का सुझाव दिया गया है।
रणनीति का दूसरा भाग अर्थव्यव्स्था के लिए है, जिसके अंतर्गत दिहाड़ी मज़दूरों को फ़ौरन सहायता देने और सीधे उनके अकाउंट में कैश ट्रांसफ़र करने का सुझाव दिया गया है। इसके आलावा टैक्स छूट, मुफ्त राशन तथा गरीबों को आर्थिक सहायता देने की मांग की गई है। राहुल गांधी द्वारा दिए गए इन सुझावों से जनता काफी खुश नजर आयी। लोगों ने कहा पहली बार राहुल गांधी ने ऐसी समझदारी वाली बात कही है।