नई दिल्ली। कोरोना वायरस ‘ कोविड-19 ’ से निपटने के लिए 21 दिवसीय लॉकडाउन के कारण होने वाली कठिनाइयों के मद्देनजर गरीबों, किसानों , महिलाओं और अन्य वर्ग के लिये सरकार द्वारा घोषित 1.70 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का उद्योग जगत ने स्वागत करते हुये शीघ्र ही उद्योग जगत के लिए पैकेज घोषित किये जाने की उम्मीद जतायी है। उद्योग संगठन फिक्की की अध्यक्ष डॉ. संगीता रेड्डी ने इस योजना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये कहा कि समाज के सबसे कमजोर वर्ग के लिए यह तरह की योजना की महत्ती आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि फिक्की ने इस तरह की पहल किये जाने की मांग की थी।
सरकार ने समय की मांग के अनुरूप पहल की है और लोगों को सुरक्षित रखने का भी काम किया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने बड़े सुचारू तरीके से यह कदम उठाया है और यह समय की मांग थी। राष्ट्र के समक्ष जो समस्या है वह सिर्फ स्वास्थ्य ही जुड़ा नहीं है बल्कि आर्थिक और मानवीय संकट भी है। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 50 लाख रुपये का बीमा किया जाना भी स्वागतयोग्य है। सीआईआई के महानिदेशक चरणजीत बनर्जी ने इस योजना का स्वागत करते हुये कहा कि सरकार अगले तीन महीने में देश के सकल घरेलू उत्पाद का दो से तीन फीसदी इस तरह की योजनाओं पर व्यय कर रही है।
उन्होंने कहा कि सीआईआई को लॉकडाउन से प्रभावित कारोबार विशेषकर छोटे और मझौले उद्यमों के लिए भी पैकेज घोषित किये जाने की जरूरत है। एसोचैम ने भी इस योजना का स्वागत किया है और कहा है कि इसी तरह की योजना ट्रेड और उद्योग के लिए भी घोषित किये जाने की जरूरत है। स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 50 लाख रुपये का बीमा किये जाने की सराहना करते हुये इस संगठन ने कहा कि वह स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना से निपटने के लिए धन्यवाद दे रहा है। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी इस योजना की सराहना की है। उसने कहा कि लॉकडाउन की वजह से अचानक आय बंद होने के कारण परेशान लोगों को इससे राहत मिलेगी।
दोपहिया वाहन बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी हीरो मोटोकॉर्प के अध्यक्ष पवन मुंजाल ने कहा कि सरकार की यह योजना स्वागतयोग्य है। इस पहल से समाज के सबसे निचले वर्ग को राहत मिलेगी। उन्होंने इसके लिए प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री दोनों को धन्यवाद देते हुये कहा कि राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए इसी तरह के पैकेज की उम्मीद की जा रही है।