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WHO का सबसे बड़ा बयान - भारत पर निर्भर है कोरोना का भविष्य

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Mar 26 2020 12:19AM | Updated Date: Mar 26 2020 12:19AM
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नई दिल्‍ली। भारत मे कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे मामलों को देखते हुये विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत से कोरोना के प्रसार के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई जारी रखने को कहा है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते दुनिया भर में अब तक 16 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि भारत में भी अब तक करीब 10 लोग इस महामारी से काल के गाल में समा चुके हैं।
 
डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी हेल्थ प्रोग्राम के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर माइकल जे. रयान ने कहा है कि इस महामारी का भविष्य काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि भारत और चीन जैसे घनी आबादी वाले देश इस अभूतपूर्व स्वास्थ्य संकट से निपटने के लिए क्या करते हैं। रयान ने कहा, "इस महामारी का भविष्य काफी हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि घनी आबादी वाले देश क्या करते हैं। यह वास्तव में महत्वपूर्ण है कि भारत सार्वजनिक स्वास्थ्य पर आक्रामक कार्रवाई करे और समाज के स्तर पर इस बीमारी को नियंत्रित कर लोगों की जान बचाए।"
 
माइक रेयान ने कोरोना वायरस पर स्विटजरलैंड के जेनेवा में 23 मार्च को प्रेस कांफ्रेंस में भारत को लेकर सीधे बात की। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी को रोकने के लिए भारत लगातार आक्रामक होकर काम करे। रयान की यह टिप्पणी इसलिए अहम है क्योंकि वर्तमान में भारत ने कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगभग पूरे देश में सख्त लॉकडाउन किया है। हालांकि इससे पहले रेयान कह चुके हैं कि सिर्फ लॉकडाउन से इस वायरस को खत्म नहीं किया जा सकता।
 
रेयान ने इस बात का उल्लेख किया कि भारत स्मॉल पॉक्स और पोलियो को मिटाने में दुनिया को रास्ता दिखा चुका है और इनके वैक्सीनेशन को लेकर काफी बड़ा काम किया है। उन्होंने कहा कि इस महामारी से निपटने का कोई आसान तरीका नहीं है। कड़ी मेहनत की जरूरत है और तत्काल काम करने की आवश्यकता है। इसके लिए जरूरी है कि भारत जैसे देश नेतृत्व करें। दुनिया को रास्ता दिखाएं कि क्या किया जा सकता है और उन्होंने पहले किया है। उन्होंने कहा कि सिविल सोसायटी और कम्युनिटी संगठित होकर काम करें तो भारत के पास काफी क्षमता है।
 
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