शिवराज सिंह चौहान को एक बार फिर मध्य प्रदेश सीएम का पद मिल गया। भाजपा केन्द्रीय नेतृत्व ने उनके ऊपर फिर से विश्वास जताया और विधायक दल के नेता बनने के बाद वो सोमवार को सीएम बन गए। उनके सीएम बनते ही राजनीति तेज होती जा रही है। दिग्विजय सिंह से लेकर अखिलेश यादव ने अपने बयान दे दिये हैं। अब पूर्व सीएम कमलनाथ का बयान भी सामने आ गया है। उन्होंने शिवराज के विधानसभा सत्र बुलाने पर सवाल उठा दिया है।
कमलनाथ सरकार को गिराने के लिए शिवराज सिंह और भाजपा ने हर संभव प्रयास कर लिए थे। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का भी रुख कर लिया था। इसके बाद मजबूरी में कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा और शिवराज सिंह सीएम बन गए। उनके सीएम बनते ही राजनीति गरमा गई है। दिग्विजय सिंह ने भाजपा पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया है तो अखिलेश ने शपथ ग्रहण में कोरोना वायरस फैलने का आरोप लगाया।
पूर्व सीएम कमलनाथ तो पहले शिवराज सिंह को सीएम बनने की बधाई दे रहे थे और उनकी तारीफ कर रहे थे। हालांकि 24 घंटे बाद ही उन्होंने हमला शुरू कर दिया। कमलनाथ बोले कि एक तरफ तो कोरोना वायरस से बचने के लिए कर्फ़्यू जैसे निर्णय सरकार ले रही है। वहीं दूसरी ओर शिवराज सरकार ने ख़ुद के फैसलों का उल्लंघन कर कर्फ़्यू में भी विधानसभा सत्र बुलाया लिया। कमलनाथ बोले कि विश्वास मत पाने के लिए आखिर इतनी जल्दबाजी किस बात की है।