नई दिल्ली। मुद्रा योजना के तहत पिछले दो साल में बुनकरों को 616 करोड़ रुपये के ऋण दिये गये हैं। कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि छोटे उद्यमियों के लिए शुरू की गयी मुद्रा योजना के तहत बुनकरों को 616 करोड़ रुपये के ऋण अब तक दिये जा चुके हैं। दो साल में 350 शिविर लगाकर उन्हें ये ऋण दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि आम तौर पर बुनकरों के संबंध में राज्यों की सरकारें केंद्र के सामने माँग रखती हैं और उसके अनुरूप केंद्र सरकार राज्यों के माध्यम से मदद मुहैया कराती है।
उन्होंने राज्यों सरकारों से आग्रह किया कि वे बुनकरों तथा हस्तशिल्प के संबंध में स्थानीय परेशानियों से केंद्र को अवगत करायें। एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में ईरानी ने कहा कि बाजार उपलब्ध कराने के लिए 1,300 से अधिक बुनकरों को ई-प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत किया गया है और 103 खुदरा ‘ब्रांड शॉप’ के जरिये भी उनके उत्पाद बेचे जा रहे हैं।
इन उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए देश तथा विदेशों में करीब 600 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। कपड़ा मंत्री ने बताया कि वह आगामी 23 मार्च को गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस के मुख्य कार्यकारी अधिकारी के साथ बैठक कर रही हैं। इसमें जेम के माध्यम से बुनकरों से सीधे उत्पाद खरीदने की संभावनाओं पर विचार किया जायेगा। इससे बिचौलियों को लाभ का बड़ा हिस्सा जाने की बजाय पूरा लाभ बुनकरों को मिल सकेगा।