वाराणसी। पर्वतारोही मनोज यादव हाल ही में उस वक्त चर्चा में आए जब वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए वाराणसी में बीएचयू हैलीपैड पर पहुंचे थे। पीएम मोदी 16 फरवरी को जब वाराणसी दौरे पर थे, तब मनोज ने उनसे मुलाकात की थी। मनोज ने पीएम मोदी से मिलकर अपने परिवार की आर्थिक तंगी का जिक्र किया और बताया कि कैसे यह अड़चन उनकी आकांक्षा की राह में बाधा बन रही है। पीएम मोदी ने मनोज की बातें सुनने के बाद उसे 'एक दिन जरूर सफल' होने का आशीर्वाद दिया तो यह भी कहा कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखकर मनोज की समस्याओं से उसे अवगत कराएंगे और उसका समाधान ढूंढ़ने के लिए भी कहेंगे।
मनोज यादव वाराणसी जिले के चांदपुर के रहने वाले हैं। उनके पिता का नाम अखिलेश यादव और मां का नाम कौशल्या देवी है। मनोज ने पीएम मोदी को बताया कि उनके पिता चांदपुर में पान की एक छोटी सी दुकान चलाते हैं, जिससे परिवार के 6 लोगों का खर्च चलता है। माउंट एवरेस्ट फतह करना उसका सपना है। वह वहां तिरंगा फहराना चाहते हैं, लेकिन परिवार की आर्थिक कठिनाइयों के कारण वह इस दिशा में चाहकर भी बहुत कुछ नहीं कर पाते और उनके सपने को उड़ान नहीं मिल पा रही। इस पर पीएम ने उन्हें हरसंभव मदद का आश्वास दिया।
मनोज यादव 16 फरवरी को वाराणसी में पीएम मोदी से मिले थे, जब वह अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर थे। इस दौरान जब मनोज पीएम मोदी का पैर छूने झुके तो उन्होंने यह कहते हुए उन्हें रोक दिया कि खिलाड़ी कभी झुकते नहीं। उन्होंने मनोज की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि आप एक दिन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी जरूर फतह करेंगे। उन्होंने पर्वतारोही को इसके लिए आशीर्वाद भी दिया और कहा कि अपने संसदीय क्षेत्र से इस तरह की कामयबी को देखने के लिए वह उत्सुक हैं।