नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यहां गुरूवार को महालेखाकारों और उप महालेखाकारों के सम्मेलन को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री महालेखापरीक्षक मुखयालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। सम्मेलन का थीम ‘ट्रांसफार्मिंग ऑडिट एंड एशयोरेंश इन ए डिजिटल वल्र्ड’ है। इसका उद्देश्य अनुभवों और जानकारियों का समावेश करते हुए भारतीय लेखा परीक्षा विभाग के लिए अगले पांच वर्षों की कार्य योजना की रूपरेखा तय करना है। सम्मेलन में विभाग को प्रौद्योगिकी से लैस करने के उपायों पर पैनल चर्चा की जाएगी, इसमें प्रशासन के स्तर पर नीतियां तय करने के लिए आंकड़ों के इस्तेमाल के बढ़ते चलन पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
विभाग लेखा परीक्षा की प्रक्रिया के ‘आटोमेशन’ का काम कर रहा है इसके लिए कृत्रिम बौद्धिकता के लिए एक प्रणाली विकसित की जा रही है। विभाग ‘इंटरेक्टिव’ खातों और ‘डिजिटल ऑडिट रिपोर्ट’ पेश करने के लिए ऑडिट इकाइयों का दौरा करने की आवश्यकता को कम करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। ज्ञान संसाधनों को ‘क्यूरेट’ करने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी आधारित प्लेटफॉर्म का लाभ उठाने और कभी भी, कहीं भी सीखने और लेखाकारों के लिए ‘टूलकिट’ विकसित करने का काम भी किया जा रहा है।