नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। बंगाल के कूचबिहार में एक कार्यक्रम के दौरान ममता बनर्जी ने यहां ‘अल्पसंख्यक कट्टरता’ को लेकर चेतावनी दी है। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलीमीन (एमआईएम) का नाम लिए बिना उन्होंने इस पर निशाना साधा है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना नाम लिए इशारों में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की तरफ इशारा करते हुए आरोप लगाया कि हैदराबाद से एक राजनीतिक पार्टी है जो भाजपा से पैसे ले रही है। ममता ने कूच बिहार में कहा कि जैसे हिंदुओं में चरमपंथी हैं वैसे अल्पसंख्यकों में अतिवाद सामने आ रहा है।
ममता बनर्जी ने कहा कि लोगों को बेवकूफ बनाने की साजिश हो रही है, सावधान रहने की जरुरत है। असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि कुछ नेता लोगों में बंटवारा पैदा कर रहे हैं, उनकी एक पार्टी है जो इसको बढ़ावा दे रही है। ये लोग हैदराबाद से आते हैं और इस इलाके में रैलियां कर रहे हैं। ममता ने कहा कि इस तरह के लोग अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का दावा करते हैं, लेकिन आप इनकी बातों में ना आएं। ममता बनर्जी ने कहा कि मैं आपसे कहती हूं कि इन तरह की फोर्स के बहकावे में ना आएं। ममता ने कहा कि मैं हिंदू लोगों से भी अपील करती हूं कि वह हिंदू कट्टरपंथी ताकतों के भी बहकावे में ना आएं। ममता बनर्जी के इस बयान पर औवेसी ने पलटवार करते हुए कहा कि मुझ पर आरोप लगाकर आप बंगाल के मुसलमानों को यह संदेश दे रहे हैं कि ओवैसी की पार्टी राज्य में एक जबरदस्त ताकत बन गई है। उन्होनें कहा कि ममता बनर्जी इस तरह की टिप्पणी करके अपने डर और हताशा का प्रदर्शन कर रही हैं।