29 Mar 2024, 03:37:56 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी  के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा है कि पार्टी नेता प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के बारे में दिया गया बयान पार्टी की विचारधारा के खिलाफ है और इसपर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। शाह ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि  साध्वी प्रज्ञा के बयान से पूरी पार्टी क्षुब्ध है इसलिए तुरंत कार्रवाई करते हुए उनके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी संविधान के हिसाब से काम करती है और उन्हें नोटिस का जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है जिस पर अनुशासन समिति विचार कर उचित कदम उठायेगी।

इससे पहले शाह ने ट्विट कर साध्वी प्रज्ञा, केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े तथा पार्टी सांसद नलिन कटिल के गोडसे के बारे में दिये गये बयानों  को सार्वजनिक जीवन की गरिमा और भाजपा की विचारधारा के विपरीत बताया।  उन्होंने ट्वीट किया ,‘‘ विगत दो दिनों में अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आये हैं वे उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से  भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।’’भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि इन लोगों ने अपने बयान वापस ले लिये हैं और इनके लिए माफी भी मांगी है ,लेकिन ये सार्वजनिक जीवन तथा भाजपा की विचारधारा के विपरीत हैं और पार्टी ने इन्हें गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि तीनों के बयानों को पार्टी की अनुशासन समिति के पास भेजने का निर्णय लिया गया है।

अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांग कर 10 दिन के अंदर पार्टी को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल पर उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का दर्शन और विचारधारा पूरे देश में मान्य है। यह राष्ट्रीय दर्शन है। भाजपा सरकार ने राष्ट्रपिता के स्वच्छता, ग्रामीण विकास और खादी के विचारों को आगे बढाया है। यदि कांग्रेस सरकारों ने 55 साल के अपने कार्यकाल में ईमानदारी से इसके लिए काम किया होता तो बापू के विचार आज हर गांव तक पहुंच जाते। इससे पहले मोदी ने भी इस मामले में चुप्पी तोड़ते हुए एक टेलीविजन चैनल के साथ साक्षात्कार में कहा कि साध्वी प्रज्ञा का बयान निंदनीय और अस्वीकार्य है। गलती से भी ऐसी गलती नहीं होनी चाहिए और कोई भी बात सोच समझकर कही जानी चाहिए।  प्रधानमंत्री ने कहा ,‘‘ उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांग ली है लेकिन मैं मन से उन्हें माफ नहीं कर पाऊंगा। जीवन भर माफ नहीं कर पाऊंगा।

’’ साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने एक बयान में कहा था ‘‘ गोडसे देशभक्त थे,  हैं और रहेंगे। उन्हें हिंदू आतंकवादी बताने वाले अपने गिरेबान में झांककर  देखें। अबकी बार चुनाव में ऐसे लोगों को जवाब दे दिया जाएगा।’’ बाद में उन्होंने अपने बयान पर खेद जताते हुए कहा  था कि उनका  मकसद किसी को ठेस पहुंचाने का नहीं  था। वह महात्मा गांधी का सम्मान करती हैं और उन्होंन देश के लिए जो किया उसे भुलाया नहीं जा सकता।  उन्होंने कहा, ‘‘मेरे बयान से किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची  है तो मैं  माफी मांगती हूं।’’ हेगडे ने ट्वीट करके साध्वी प्रज्ञा के बयान का समर्थन किया था लेकिन बाद में दावा किया था कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक कर लिया गया था। कर्नाटक से पार्टी सांसद कटील ने गोडसे की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी से की थी । उन्होंने ट्वीट किया था ,‘‘गोडसे ने एक की हत्या की ,कसाब ने 72 की हत्या की, राजीव गांधी 17 हजार लोगों की हत्या की। आप तय  कीजिए इनमें कौन ज्यादा क्रूर  है?’’ लेकिन बाद में उन्होंने अपना यह ट्वीट हटा दिया। इससे पहले अभिनेता से नेता बने कमल हासन ने गोडसे को पहला हिंदू आतंकवादी करार दिया था। 

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