नई दिल्ली। कर्नाटक पुलिस ने कहा कि हिंदूवादी संगठन अभिनव भारत के चार लापता सदस्यों ने देशभर में 2011 से 2016 तक गुप्त शिविरों में बम बनाने में सनातन संस्था समूह से जुड़े कई संदिग्धों को प्रशिक्षित किया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार गौरी लंकेश हत्या मामले में बेंगलुरु की अदालत में पेश किए गए दस्तावेजों में पुलिस ने यह दावा किया। अभिनव भारत के फरार सदस्य समझौता एक्सप्रेस, मक्का मस्जिद, अजमेर दरगाह और मालेगांव विस्फोटों में अपनी भूमिका के लिए वांछित हैं। इनमें से दो, रामजी कलसांगरा और संदीप डांगे को 'घोषित अपराधी' घोषित किया गया है।
भोपाल से बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर भी मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं। सितंबर 2017 में गौरी लंकेश की हत्या की जांच करने वाली विशेष जांच टीम ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तार किए गए सनातन संस्था से जुड़े तीन लोगों और शिविरों में भाग लेने वाले चार गवाहों ने कहा कि एक 'बाबाजी' और चार 'गुरुजी' शिविरों में मौजूद थे।