भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि राज्य सरकार अनाथ हुए बच्चों की शिक्षा, आश्रय और भोजन की व्यवस्था करेगी और इससे संबंधित योजना शीघ्र ही घोषित की जाएगी। चौहान यहां वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सभी 52 जिलों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा के साथ ही जिलों के क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। चौहान ने कहा कि सरकार ने कोरोना संकटकाल के दौरान कोरोना के कारण अनाथ हुए बच्चों के संबंध में निर्णय लिए हैं, लेकिन ऐसे बच्चों की भी चिंता सरकार करेगी, जो कोविड के अलावा अन्य कारणों से अनाथ हुए हैं। चौहान ने कहा कि यह सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य करने वाली है। इसलिए हम कोविड के अलावा भी अनाथ हुए बच्चों की चिंता कर रहे हैं। सरकार इनके आश्रय, आहार और शिक्षा की व्यवस्था करेगी। इससे संबंधित योजना बनाकर शीघ्र ही घोषित की जाएगी। उन्होंने संकेत दिए कि इस संबंध में समाज का सहयोग भी लिया जा सकता है।
इसके पहले चौहान ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति और नियंत्रण में आ रही है। आज 274 नए कोरोना संक्रमित मिले। सिर्फ इंदौर, भोपाल और जबलपुर में ही दहाई की संख्या में प्रकरण हैं। संक्रमण दर घटकर 0.3 प्रतिशत हो गयी है। ब्लैक फंगस के इलाज की व्यवस्थाएं भी की गयी हैं। सरकार प्रतिदिन लगभग 80 हजार कोरोना जांच करने का प्रयास जारी रखेगी। राज्य के प्रत्येक कोने में जांच की जाएंगी। राज्य में कोविड केयर सेंटर चलते रहेंगे और किल कोरोना अभियान भी चलता रहेगा।
चौहान ने कोरोना संक्रमण पर बेहतर काबू पाने के लिए वैक्सीनेशन अभियान पर भी जोर दिया और कहा कि क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी भी इस दिशा में कार्य करें। जनजागरुकता भी इसके लिए जरुरी है। हम बार बार लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं, इसलिए सभी इस बात को समझें और कोरोना रोकने के लिए आवश्यक सभी दिशानिर्देशों का पालन करें। बैठक में विभिन्न जनप्रतिनिधि और सभी 52 जिलों के प्रशासन भी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़े।