उज्जैन। मध्यप्रदेश के उज्जैन में ब्लैक फंगस के मरीजों की पहचान करने के लिए ठीक हो कर गए कोरोना पॉजिटिव मरीजों का सर्वे होगा। कलेक्टर आशीष सिंह ने ब्लैक फंगस की पहचान एवं रोकथाम के लिए आज नाक कान गला विशेषज्ञ डॉक्टरों की बैठक ली। ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के बारे में समीक्षा की। बैठक में बताया गया कि शहर में ब्लैक फंगस के 58 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि 1 अप्रैल के बाद ऐसे कोरोना मरीज जो ठीक होकर घर गए हैं उनका टेलिफोनिक सर्वे किया जाएगा। उनसे ब्लैक फंगस के लक्षणों के बारे में चर्चा की जाएगी साथ ही फीवर सर्वे करने वाली टीम भी घर-घर जाकर परीक्षण करेगी। यदि सर्वे में किसी तरह के लक्षण पाए जाते हैं तो नाक कान गला विशेषज्ञ संबंधित मरीज के घर जाकर उनका परीक्षण करेंगे। कलेक्टर ने माधव नगर एवं चरक अस्पताल में भर्ती मरीजों की नाक कान गले की एंडोस्कोपी जांच करने के लिए आवश्यक दो मशीनें तुरंत खरीदने के निर्देश दिए हैं। चिकित्सकों ने कहा है कि वर्तमान में आईसीयू में भर्ती सभी मरीजों के एंडोस्कोपिक जांच की जाना चाहिए जिससे कि फंगस को रोकने में सहायता मिले। उन्होंने ब्लैक फंगस के लिए आवश्यक दवाइयों की आपूर्ति निर्बाध करने आग्रह किया।