भोपाल। उनके मंत्री-विधायक पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से कहते थे कि यदि अस्पताल को अपग्रेड किया जाता है, तो वह कहते हैं, "चलो ... चलो ..."। जब कोई अपने क्षेत्र में बांध बनाने के लिए कहता था, तो वे कहते थे, चलो. चलो.। कोई उन्हें बताता था कि उनके क्षेत्र के किसानों की फसलें खराब हो गई हैं, मुआवजा देना चाहते हैं, तो वे कहते थे, चलो ... चलो। अब यह आएगी ... चलो ... कमलनाथ राज्य के लोगों द्वारा चलाया जाएगा।
उन्होंने लोगों की भ
लाई के लिए चलाई गई भाजपा सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ये बातें कहीं। वह बुधवार को बदामलहरा विधानसभा और सुरखी विधानसभा के सेहोरा में आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सांची विधानसभा के हरदौट में एक बूथ सम्मेलन और बियोरा विधानसभा में लखनबाट में एक जनसभा को भी संबोधित किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने डबरा में भाषण दिया। हमारी मंत्री इमरती देवी से अपशब्द कहे। इमरती देवी कमलनाथ की कैबिनेट में मंत्री भी थीं, लेकिन उन्हें उनका नाम याद नहीं था। कमलनाथ कह रहे हैं कि मैं नाम भूल गया हूं, इसलिए आइटम। मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ को इस तरह से दलित मंत्री का अपमान करने का क्या अधिकार है?
पूरे हिंदुस्तान ने बहन इमरती देवी की आंखों में आंसू देखे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वह भूमि है जहां रावण ने सीता मैया का अपमान किया था और यह बात दीगर थी कि रावण के वंश में उसका कोई नाम नहीं बचा था। सीता मैया को छोड़ने के लिए उनके कई सहयोगियों द्वारा रावण को भी मना लिया गया था। विभीषण ने भी समझाया, लेकिन विभीषण को लात मारकर हटा दिया। अब उनके कई सहयोगियों और श्री राहुल गांधी ने भी कमलनाथ को समझाया, लेकिन दादा कमलनाथ भी राहुल गांधी को स्वीकार नहीं कर रहे हैं। अब उनकी किस्मत क्या होगी, यह जल्द ही पता चल जाएगा।