भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज आरोप लगाते हुए कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार में प्रदेश के विकास के लिए नहीं, बल्कि भ्रष्ट्राचार की लंबी लकीर खींच दी गयी थी।
सिंधिया ने शिवपुरी जिले के करैरा, पोहरी, मुरैना जिले के जौरा, सुमावली, मुरैना एवं ग्वालियर में आयोजित सभाओं को संबोधित करते हुए यह आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 के चुनाव में वे और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आमने-सामने थे, लेकिन दोनों का उद्देश्य विकास, प्रगति और जनसेवा ही था। जब कांग्रेस की सरकार बनी, तो हमने सोचा था कि ये एक प्रगतिशील, विकासशील सरकार होगी। विकास की जो लकीर चौहान ने इतने सालों में खींची थी, उससे भी लंबी लकीर खींचेगी।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार बनाने में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की बड़ी भूमिका रही। जनता ने 26 सीटें दीं। हमारी सोच थी कि मुख्यमंत्री कोई भी बने, लेकिन इस क्षेत्र का, प्रदेश का विकास होना चाहिए। मगर कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार की लंबी लकीर खींच दी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कहा था किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेंगे। मुझसे भी कहलवाया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
सिंधिया ने कहा कि चौहान ने मुख्यमंत्री बनते ही वो लॉक तोड़ दिया, जो कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के विकास पर लगाया था। उन्होंने आते ही किसानों के खातों में फसल बीमा के पैसे डाले। केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि के 6000 रुपये देती है। हमने चौहान से अनुरोध किया, उन्होंने प्रदेश सरकार की तरफ से इसमें 4 हजार की राशि और जोड़ दी।
राज्यसभा सांसद सिंधिया ने कहा कि भाजपा की सरकार ने आते ही विकास के काम शुरू कर दिये हैं, फिर भी अगर आप लोगों की कोई और मांग है, तो वो भी पूरी होगी। आप आने वाली 03 नवंबर को कमल खिलाइये, आपके विकास की चिंता हम करेंगे। सिंधिया ने कहा कि आपके हाथों में दो झंडे हैं। एक झंडा भाजपा का और एक सिंधिया परिवार का। आपको इन दोनों झंडों का मान-सम्मान रखना है।