भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एकात्म मानवदर्शन के प्रणेता पंडित दीनदयाल एक कुशल संगठक, राष्ट्रवादी विचारक, भारत माता के सच्चे पुजारी और भारतीय संस्कृति के उपासक थे। चौहान ने शुक्रवार को भाजपा प्रदेश कार्यालय स्थित पंडित दीनदयाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर दीनदयाल के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित चित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के लिए सारा देश उनका परिवार था। उनका कोई व्यक्तिगत परिवार नहीं था। वह बचपन से ही भारत माता की तपस्या और साधना में लग गए थे।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो योजनाएं बना रहे हैं और चला रहे हैं, उसके पीछे पंडित दीनदयाल का एकात्म मानव दर्शन ही है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता दीनदयाल के बताएं मार्ग पर चलकर पीड़ित मानवता की सेवा में जुटें। पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने लालघाटी स्थित पं. दीनदयाल के प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए पंडित दीनदयाल का पुण्य स्मरण किया। एकात्म मानव दर्शन के प्रणेता, जनसंघ के संस्थापक सदस्य पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर प्रदेश भर में कार्यक्रम हुए।
चौहान ने कहा कि राष्ट्रऋषि, पंडित दीनदयाल उपाध्याय मौलिक चिंतक और एक ऐसा आदर्श व्यक्तित्व थे, जिन्होंने भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी को आधारभूत दर्शन, एकात्म मानव दर्शन प्रदान किया। उन्होंने पूरा जीवन भारत माता के चरणों में और जनता की सेवा में समर्पित किया। उन्होंने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी जो कुछ भी है उसके पीछे अगर सबसे बड़ा योगदान किसी का है तो वो वह कुशल संगठक पंडित दीनदयाल है। दीनदयाल रामायण की चौपाई ‘परहित सरिस धर्म नहीं भाई’ को मंत्र मानकर काम करते थे। उनके इसी मंत्र को साकार करते हुए भाजपा कार्यकर्ता जनता के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहें है।