भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश सरकार रोटी, कपड़ा और मकान की बुनियादी सुविधाओं के साथ लिखाई, पढ़ाई और दवाई के समुचित प्रबंध के लिये प्रतिबद्ध है। चौहान समन्वय भवन भोपाल में राज्यस्तरीय अन्न उत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के गरीब तबके की थाली कभी खाली नहीं रहेगी। इसी उद्देश्य से मुख्यमंत्री अन्नपूर्णा योजना के साथ प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना को समाहित कर जरूरतमंद वर्ग को प्रतिमाह खाद्यान्न देने की व्यवस्था की गयी।
प्रदेश के सभी जिलों में नवीन हितग्राहियों को पात्रता पर्ची और राशन के पैकेट का वितरण आज किया जा रहा है। अन्न हर व्यक्ति की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 37 लाख ऐसे लोगों को यह अधिकार दिया जा रहा है जिनके पास पात्रता पर्ची न होने से उन्हें राशन से वंचित होना पड़ रहा था। आज राजधानी, जिला, ग्राम पंचायत और वार्ड स्तर पर हो रहे कार्यक्रम से सभी नवीन हितग्राहियों को इस महीने से प्रति सदस्य 5 किलो गेहूँ/ चावल और प्रति परिवार एक किलो आयोडाइज्ड नमक एक रूपये प्रति किलो की दर से देने की शुरूआत की जा रही है। इसके अलावा नये पुराने सभी उचित मूल्य उपभोक्ताओं को प्रधानमंत्री गरीब अन्न योजना में आगामी नवम्बर महीने तक प्रति सदस्य 5 किलो गेहूँ / चावल और एक किलो दाल नि:शुल्क दी जाएगी।
चौहान ने 6 महिला हितग्राहियों सुश्री बबीता, सीमा, शोभा, सुनीता, वंदना और बादामी देवी को राशन पैकेट और पात्रता पर्ची प्रदान की। कार्यक्रम की अध्यक्षता खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह ने की। उन्होंने कहा कि अनाज सहित अन्य सस्ती सुविधाएँ देना किसी वर्ग पर अहसान नहीं है। यह उनका अधिकार हैं। बुद्धिमान होकर भी बहुत से बच्चे पढ़ाई से वंचित हो जाते हैं। स्कूल शिक्षा के स्तर पर उनकी फीस तो सरकार भरती ही है अब उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भरेगी। इसके अलावा प्रदेश की सभी गरीब जरूरतमंद बहनों को गैस चूल्हा भी मिलेगा। यह ही नहीं हर व्यक्ति को पीने का साफ पानी और सभी को पक्का मकान भी देंगे।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में रोजगार के अधिकाधिक अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके साथ ही शासकीय नौकरियों में भी भर्ती खुलने से युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने इस मौके पर 37 लाख नवीन उपभोक्ताओं में से 25 लाख को लाभान्वित करने के पश्चात शेष चिन्हित 12 लाख उपभोक्ताओं सहित करीब 1.66 लाख आटो रिक्शा चालकों को भी राशन देने के लक्ष्य को पूरा करने के निर्देश सभी जिलों के कलेक्टरों को दिए। उन्होंने कहा कि गरीबों का अनाज हजम करने वाले लागों और कालाबाजारियों को छोड़ा नहीं जाएगा।