इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर में सोमवार को लॉकडाउन किये जाने के आदेश का सत्ता पक्ष और विपक्ष के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने विरोध शुरू कर दिया हैं। कोरोना से बढ़ते मामलों के मद्देनजर जिला आपदा प्रबंधन की बैठक में रविवार के बाद आगामी सोमवार को भी लॉकडाउन लागू किये जाने का निर्णय किया गया था। इस निर्णय का भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने विरोध करते हुए सोशल मीडिया पर लामबंदी शुरू कर दी हैं। सबसे पहले स्थानीय भाजपा नेता उमेश शर्मा ने कल एक के बाद एक सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था कि में आपदा प्रबंधन समिति के सोमवार को बंद के निर्णय से असहमत हूँ।
शर्मा के बाद आज भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी अपने गृह नगर इंदौर में सोमवार को लॉकडाउन के निर्णय पर प्रशासन को पुन: विचार करने का कहा हैं। विजयवर्गीय ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से प्रेषित पोस्ट में लिखा है कि 'होलिका दहन रोकना अनुचित। इंदौर के जिला प्रशासन ने होलिका दहन रोकने के आदेश दिए हैं। ये बेहद आपत्तिजनक फैसला हैं। मेरा आग्रह है कि प्रशासन इस पर पुन: विचार करें। इससे जनता की धार्मिक भावनाएं आहत होगी। भाजपा के इस तरह के विरोधी रुख में कई स्थानीय भाजपा कार्यकर्ता भी आवाज उठा रहे हैं।
हालांकि भाजपा नेता उमेश शर्मा ने दूरभाष पर सम्पर्क करने पर कहा कि जिला कलेक्टर और सांसद शंकर लालवानी के द्वारा उन्हें इस कठोर निर्णय की पृष्ठभूमि से अवगत कराये जाने के बाद वे जनहित में अब बंद का विरोध नहीं करेंगे। उन्होंने कहा वरिष्ठ अधिकारीयों और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें बताया कि है कि मौजूदा दौर में कोरोना की भयावह स्थिति से बाहर निकलने के लिए ऐसे कठोर निर्णय लेना जनहित में जरूरी हैं। उधर इसी तरह कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विनय बाकलीवाल ने भी आज सुबह एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर प्रशासन के निर्णय से असहमति जताई।
उन्होंने दूरभाष पर बातचीत में कहा कि आज हमने जिला कलेक्टर मनीष सिंह से इसी सिलसिले में मुलाकात की और उनसे अनुरोध किया है कि होलिका उत्सव पर हुड़दंग और अनायस भीड़ एकत्र करने पर प्रतिबन्ध रहे। लेकिन पारम्परिक से शोकाकुल परिवारों के घर जाकर शोक व्यक्त करने और रंग डालने की परम्परा का निर्वाहन करने वालों को आने जाने की अनुमति दी जानी चाहिए। बाकलीवाल के साथ साथ कांग्रेस के विधायक और महापौर पद के कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशी संजय शुक्ला ने होलिका पर्व पर लॉकडाउन के विरोध का बिगुल फूंक दिया है।
उनके साथ साथ देपालपुर से विधायक विशाल पटेल ने भी कहा हम इस निर्णय का विरोध करते है यदि शासन ने निर्णय वापिस नहीं लिया तब वे विरोध में निर्णय का उल्लंघन करने तक जाकर सीमाओं को लांघ सकते हैं। उल्लेखनीय है कि सोमवार को होली के साथ-साथ शबे-ए-बारात का पर्व भी है। कुछ धार्मिक संगठनों और सामाजिक संगठनों ने भी शासन के बंद के निर्णय का विरोध किया हैं। जिला कलेक्टर मनीष सिंह के द्वारा इस मामले पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई हैं।