इंदौर। 5 अगस्त को अयोध्या में राम मंदिर का भूमिपूजन के दौरान पूरे देशभर में खुशियां मनाई गईं। सभी जगहों पर लोगों ने अपने घरों में दिए जलाए और कई जगहों पर आतिशबाजी भी की गई। वहीं मध्यप्रदेश के खरगोन में बुधवार को श्रीराम जन्मभूमि पूजन के दौरान आतिशबाजी कर रहे युवकों से पुलिस ने मारपीट और अभद्रता की थी। इस घटना पर काफी सवाल उठ रहे हैं। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है जिसे बीजेपी के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शेयर किया है। इस घटना को लेकर कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी ही पार्टी की सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
कैलाश विजयवर्गीय ने खरगोन से सामने आए सराफा बाजार के वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा है कि प्रधानमंत्री ने कहा था कि आज देश के लिए गौरव का दिन हैं। अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास हुआ! सारा देश खुशियाँ मना रहा है। ऐसे में खरगोन के सराफा बाजार में उत्सव और खुशियाँ मनाते युवकों पर पुलिस कार्रवाई अनुचित है।
कैलाश विजयवर्गीय ने इसी के साथ एक दूसरा भी ट्वीट किया है, जिसमें उन्होंने मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा को टैग करते हुए कहा है कि खरगोन पुलिस बंगाल पुलिस की तरह व्यवहार कर रही है, उसे समझाइश दीजिए।
बता दें कि राममंदिर भूमिपूजन के बाद बुधवार को खरगोन के सराफा बाजार में आतिशबाजी करके खुशियां मनाई जा रही थीं। इसी बीच पुलिस और आतिशबाजी कर रहे लोगों के बीच कहासुनी भी हुई। इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर दिनभर वायरल होता रहा। वीडियो में पुलिसकर्मी पटाखों की लड़ी को उठाते दिखाई दे रहे हैं। इसी दौरान आपत्ति लेने पर कुछ लोगों को पुलिस वाहन में बैठाकर ले जा रही है।
घटना पर गुस्साए व्यापारियों ने दुकानें बंद कर दीं और विरोध जताया। पुलिसकर्मियों और लोगों के बीच बहस हुई। हालांकि बाद में हिरासत में लिए गए सभी लोगों को छोड़ दिया गया। जबरन पिटाई करने के मामले में गुरुवार रात को एसडीएम अभिषेक गेहलोत और एसडीओपी ग्लेडवीन इ-कार पर गाज गिरी है। दोनों अधिकारियों को खरगोन से हटाकर भोपाल तबादला कर दिया। गुरुवार पूरे दिन घटनाक्रम को लेकर राजनीति उठा-पठक चल रही थी।