इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर स्थित भारतीय प्रद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) परिसर से वन विभाग ने एक मादा तेंदुआ को ‘रेस्क्यू’ कर आज पुन: वन्य क्षेत्र में छोड़ दिया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सी एस सुलिया ने बताया कि पिछले 15 दिनों से आईआईटी परिसर सहित यहां के आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए को देखे जाने की सूचनाएं मिल रही थी।
वन विभाग के अमले ने तलाश के प्रयास शुरू करते हुए प्रारम्भिक जांच पड़ताल में तेंदुए के संकेत पाये जाने पर यहां परिसर में एक पिंजरा स्थापित किया। इसमें तीन दिन बाद तेंदुआ कैद कर लिया गया। सुलिया ने बताया कि सिमरोल और चोरल के जंगलों से लगे आईआईटी के इस 500 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र में फैले परिसर में वर्तमान में रह रहे सेकड़ों विद्यार्थियों और नियोजित स्टाफ ने तेंदुए के पकड़े जाने के बाद राहत की सांस ली है।
तेन्दुए को पकड़े जाने के बाद उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है। तेंदुए का स्वस्थ परीक्षण करने वाले डॉ. उत्तम यादव ने बताया कि मादा तेंदुआ पूरी तरह स्वस्थ है। इसकी आयु लगभग तीन वर्ष की है। उन्होंने कहा कि जंगल से सटे आईआईटी परिसर की चौतरफा सीमाओं में अमूमन मानव चहलकदमी न के बराबर है इसीलिए वन क्षेत्र से अक्सर वन्यजीव भटकर कर यहाँ आ जाते हैं। उन्होंने बताया कि पकड़े गए तेंदुए को पुन: चोरल के समीप गहरे वन्य क्षेत्र में छोड़ दिया गया है।