नई दिल्ली। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह और महिला टीम की कप्तान रानी का कहना है कि इनका एकमात्र लक्ष्य इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में पदक हासिल करना है। भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीमें लंबे समय से मैदान से बाहर हैं।
पुरुष टीमों ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मुकाबला फरवरी 2020 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था जबकि महिला टीम ने आखिरी बार फरवरी 2020 में न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच खेला था। हालांकि दोनों टीमें 2021 में ओलंपिक सहित महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों को लेकर उत्साहित हैं। टोक्यो ओलंपिक का आयोजन 2020 में होना था लेकिन कोरोना के कारण इसे 2021 तक के लिए स्थगित कर दिया गया था।
हॉकी इंडिया भारतीय पुरुष टीमों के लिए दौरे आयोजित कराने के लिए विभिन्न देशों के साथ चर्चा कर रहा है। इस बीच पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत ने कहा है कि टीम ओलंपिक से पहले अभ्यास के लिए तैयार है। मनप्रीत ने कहा, ‘‘अंतरराष्ट्रीय सर्किट में वापसी के लिए हम काफी उत्साहित हैं। ओलंपिक से पहले अंतरराष्ट्रीय टीमों के खिलाफ खेलने के लिए हम तैयार हैं। ओलंपिक की तैयारियों के लिए अच्छी टीमों के खिलाफ खेलने से हमें मदद मिलेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमने पिछले कुछ महीनों में काफी मेहनत की है और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए उच्च स्तर पर पहुंचने की कोशिश की है। अगर हम अपनी क्षमता के अनुसार ओलंपिक में खेले तो देश के लिए जरुर पदक जीत सकते हैं। हमें ओलंपिक में पदक हासिल करने की मानसिकता लेकर उतरना है।’’ भारतीय महिला हॉकी टीम इस महीने अर्जेंटीन का दौरा करेगी जहां उसे 17 से 31 जनवरी के बीच आठ मुकाबले खेलने हैं। महिला टीम की कप्तान रानी का कहना है कि वह देखना चाहती हैं कि टीम अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की स्थिति में किस तरह प्रदर्शन कर रही है।