नई दिल्ली। हॉकी इंडिया ने शुक्रवार को घोषणा की कि बेंगलुरु के साई सेंटर में मौजूद भारतीय पुरुष और महिला हॉकी खिलाड़ियों को एक महीने का अवकाश दिया जाएगा। जहां महिला टीम नेशनल कोचिंग कैंप के लिए फरवरी से साई सेंटर में मौजूद थी वहीं पुरुषों का ग्रुप मार्च के पहले सप्ताह में बेंगलुरू पहुंचा था। टोक्यो ओलंपिक खेलों की तैयारियों के मद्देनजर पुरुष और महिला हॉकी टीम के संभावित खिलाड़ियों को 19 जुलाई 2020 को वापस बुलाने का फैसला किया गया है।
लॉकडाउन के दौरान साई सेंटर, बेंगलुरु के सुरक्षित वातावरण में समय गुजारने के बाद खिलाड़ियों ने 10 जून 2020 से बुनियादी खेल गतिविधियों की शुरुआत की थी। हालांकि, टीम के मुख्य कोच ग्राहम रीड और शुअर्ड मरिने के साथ बातचीत के बाद खिलाड़यिों को चार सप्ताह का ब्रेक लेने की अनुमति का निर्णय लिया गया। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने कहा,‘‘दोनों टीमों के मुख्य कोचों के साथ परामर्श करने के बाद हॉकी इंडिया ने फैसला किया कि खिलाड़यिों को जरूरी ब्रेक देना महत्वपूर्ण था।
ये सभी के लिए चुनौतीपूर्ण समय रहा है और मुझे इसका श्रेय टीमों के कोंिचग स्टाफ को देना चाहिए जिन्होंने लॉकडाउन में हॉकी प्रशिक्षण स्थगित होने के बावजूद खिलाड़यिों के शारीरिक और मानसिक कल्याण को सुनिश्चित किया।’’ अहमद ने कहा, ‘‘खिलाड़यिों को विशेष रूप से बताया गया है कि उन्हें इस ब्रेक के दौरान सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। हमें बहुत गर्व है कि हमारे खिलाड़यिों ने पिछले 3-4 महीनों में इस स्थिति को कैसे संभाला और एक इकाई के रूप में मजबूत बने रहे। यह महत्वपूर्ण है कि वे इस विराम के दौरान जिम्मेदारी से कार्य करना जारी रखें।’’