बेंगलुरु। कोरोना वायरस के कारण देशभर में लागू हुए लॉकडाउन के बीच भारतीय हॉकी टीम के अनुभवी फॉरवर्ड एसवी सुनील का मानना है कि इस दौरान टीम को अपना प्रदर्शन बेहतर करने का मौका मिलेगा। कोरोना के खतरे को देखते हुए देशभर में खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई है और इस दौरान खिलाड़ी अपने घर या ट्रेनिंग सेंटर पर रहकर ट्रेनिंग कर रहे हैं। सुनील ने कहा, ‘‘हम यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से रह रहे हैं और मेरे ख्याल से अपने टीम के खिलाड़यिों और कोचिंग स्टाफ के साथ ज्यादा समय बिताना टीम के लिए अच्छा है।
हम इस दौरान अपने पिछले प्रदर्शन का विश्लेषण कर रहे हैं और मुझे भरोसा है कि खेल शुरु होने पहले यह हमारे प्रदर्शन में सुधार में मददगार साबित होगा। भारतीय टीम टोक्यो ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी है जो 2021 तक के लिए स्थगित किये जा चुके हैं। एफआईएच की प्रो लीग भी इस समय स्थगित है। ओलम्पिक स्थगित होने के समय भारतीय टीम बेंगलुरु स्थित साई सेंटर में ट्रेनिंग कर रही थी। देश में लॉकडाउन लगाने के कारण हॉकी टीम सेंटर में रह गयी है।
खिलाड़ी सेंटर कोरोना को लेकर दिशा निर्देशों का पालन कर रहे हैं। अगले महीने 31 वर्ष के होने जा रहे सुनील ने कहा, ‘‘हमें लग रहा था कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ेगी और कोरोना के खतरे को देखते हुए यह जरुरी भी है क्योंकि इससे ना सिर्फ भारत बल्कि पूरी दुनिया को खतरा है।सुनील अपनी पत्नी और परिवार से महज 20 किलोमीटर की दूरी पर हैं लेकिन हालात को देखते हुए वह उनसे नहीं मिल सकते। सुनील ने कहा, ‘‘ज्यादातर खिलाड़ी अपने परिवार के साथ रहना चाहते हैं और मेरा घर भी यहां से ज्यादा दूर नहीं हैं।’’