नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुका भारत एफआईएच हॉकी प्रो लीग में पहली बार हिस्सा लेकर इस साल होने वाले ओलंपिक के लिये अपनी तैयारियों को मजबूती देगा। विश्व की पांचवें नंबर की टीम भारत ने गत वर्ष नवंबर में ओडिशा के भुवनेश्वर स्थित कंलिगा स्टेडियम में रूस को आसानी से हराकर टोक्यो ओलंपिक का टिकट पाया था। अंतरराष्ट्रीय हॉकी की ताकत समझे जाने वाला भारत आठ बार का ओलंपिक चैंपियन है और वह पहली बार प्रो लीग में शिरकत करेगा।
भारत ने ओलंपिक में आखिरी बार स्वर्ण पदक 1980 के मॉस्को ओलंपिक में जीता था, लेकिन उसके बाद से भारतीय हॉकी को अपने पहले ओलंपिक पदक का इंतजार है। प्रो लीग की शुरूआत 11 जनवरी से होने जा रही है। इसका उद्घाटन मुकाबला चीन के जांग झोऊ स्थित वुजिन हॉकी स्टेडियम में होगा। प्रो लीग की पहली महिला चैंपियन हॉलैंड अपने खिताब बचाओ अभियान की शुरूआत चीन में 11 और 12 जनवरी को होने वाले मैचों से करेगी। जनवरी से जून 2020 के बीच चलने वाली इस प्रो लीग में 144 मैच खेले जाएंगे और दुनिया की श्रेष्ठ पुरूष और महिला टीमें खिताब जीतने का प्रयास करेगी।
इस टूर्नामेंट का पहला संस्करण 2019 में हुआ था। वर्ष 2020 का संस्करण टोक्यो ओलंपिक को देखते हुये खासा महत्वपूर्ण हो गया है और 11 देशों में 20 स्थल प्रो लीग के मैचों की मेजबानी करेंगे। सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि प्रो लीग में हिस्सा ले रही 18 टीमों में से 16 टीमें इस साल के टोक्यो ओलंपिक में हिस्सा लेने जा रही हैं और इन सभी टीमों को अपनी ओलंपिक तैयारियों को मजबूत करने का मौका मिलेगा। एफआईएच के अध्यक्ष डा नरेंद्र ध्रुव बत्रा ने प्रो लीग के दूसरे संस्करण पर कहा,‘‘खिलाड़यिों के दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है और इससे टीमों को अपने खेल को बेहतर बनाने का मौका मिलेगा।
इस बार पहले संस्करण के मुकाबले कुछ परिवर्तन किया गया है। पहले सत्र की समाप्ति पर ग्रैंड फाइनल हुआ था जिसे इस बार समाप्त कर दिया गया है। इस बार पुरूष और महिला चैंपियन टीम वो होगी जो प्रतियोगिता की समाप्ति पर सबसे अधिक अंक जुटाएगी।’’ भारत अपने घरेलू मैच 15000 दर्शकों की क्षमता वाले कंलिगा स्टेडियम में खेलेगा। इस स्टेडियम ने 2018 में पुरूष विश्वकप की मेजबानी की थी।
भारतीय टीम को प्रो लीग के पहले विजेता और ओसनिया चैंपियन आस्ट्रेलिया (रैंकिंग-1), विश्व और यूरोपियन चैंपियन बेल्जियम (2), ओलंपिक चैंपियन अर्जेंटीना (4), हॉलैंड (3), जर्मनी (6), ब्रिटेन (7), स्पेन (8) और न्यूजीलैंड (9) से होम एंड अवे आधार पर भिड़ने का मौका मिलेगा। महिला वर्ग में हॉलैंड (1), आस्ट्रेलिया (2), अर्जेंटीना (3), जर्मनी (4), ओलंपिक चैंपियन ब्रिटेन (5), न्यूजीलैंड (6), चीन (10), बेल्जियम (12) और अमेरिका (13) के बीच मुकाबला होगा।