नई दिल्ली। डिजिटल भुगतान और इंश्योरटेक कंपनी फोनपे को बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (ईरडाआई) से बीमा के लिए ब्रोकिंग लाइसेंस मिल गया है।
कंपनी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि उसने पिछले साल इंश्योरटेक क्षेत्र में कदम रखा। उस समय, इसे 'कॉर्पोरेट एजेंट' लाइसेंस मिला था। इस लाइसेंस के तहत कंपनी को सीमित अधिकार मिले हुए थे यानी कंपनी हर कैटगरी में सिर्फ तीन बीमा कंपनियों के साथ ही साझेदारी कर सकती थी। अब, इस नए 'डायरेक्ट ब्रोकिंग' लाइसेंस मिलने के बाद, उसको भारत की सभी बीमा कंपनियों के बीमा उत्पाद को डिस्ट्रिब्यूट करने का अधिकार मिल गया है।
नया ब्रोकिंग लाइसेंस मिलने के बाद, अब फोनपे अपने 30 करोड़ से ज्यादा यूजर को उनके हिसाब से, बीमा उत्पादों का सुझाव दे सकता है। इसके अलावा, कंपनी भारतीय उपभोक्ताओं को बीमा उत्पादों के अलग-अलग और कई तरह के पोर्टफोलियो ऑफर कर सकती है। फोनपे ने जनवरी 2020 में 'कॉर्पोरेट एजेंट' के तौर पर बीमा क्षेत्र में कदम रखा था। तब से उसने सामान्य बीमा, टर्म इंश्योरेंस और स्वास्थ्य बीमा के कई तरह के उत्पाद उपलब्ध कराए हैं।