नई दिल्ली। भारतीय महिला फुटबॉल टीम की फॉरवर्ड बाला देवी ने छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज और ओलम्पिक पदक विजेता एमसी मैरीकॉम की प्रशंसा करते हुए कहा है कि वह उनके लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्त्रोत है। यूरोप में पेशेवर फुटबॉल खेलने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनी बाला देवी ने यूरोप के रेंजर्स क्लब से खेलते हुए मदरवेल के खिलाफ जीत में रविवार को अपना पहला प्रतिस्पर्धी गोल किया था जिसके बाद से वह खूब चर्चाओं में हैं।
बाला देवी ने मुक्केबाज मैरीकॉम के साथ अपनी यादें ताजा करते हुए बताया कि कैसे दोनों की इंचियोन में एशियाई खेल 2014 के दौरान मुलाकात और बातचीत हुई थी। उन्होंने कहा, ‘‘मैरीकॉम मेरे लिए प्रेरणा का एक बड़ा स्त्रोत है। उन्होंने अपना करियर बेहद विनम्रता से शुरू किया और अपनी कड़ी मेहनत के माध्यम से कई रिकॉर्ड तोड़े। मां बनने के बाद भी वह रिकॉर्ड तोड़ती आई हैं और देश के लिए जीत हासिल कर रही हैं।’’
फॉरवर्ड खिलाड़ी ने कहा, ‘‘मैंने वर्ष 2014 के एशियाई खेलों के दौरान उनसे बातचीत की थी और उनको अभ्यास करते हुए देखा था। वह बहुत ही मिलनसार व्यक्ति हैं और हमारे खेलों के दौरान भी हमारा समर्थन करती हैं।’’ उल्लेखनीय है कि यूरोप में क्लब की तरफ से खेल कर गोल दाग कर इतिहास रचने वाली बाला देवी ने भारतीय फुटबॉल का नाम आगे बढ़ाते हुए स्कॉटिश महिला प्रीमियर लीग के रेंजर्स क्लब के साथ हस्ताक्षर किये थे और इसके लिए उन्होंने भारतीय फुटबॉल संघ द्वारा प्रदान किए गए 'अंतरराष्ट्रीय अनुभव' को इसका एक प्रमुख कारण बताया।
बाला देवी ने कहा, ‘‘मैंने भारत का बहुत बार प्रतिनिधित्व किया है। अपने दिमाग में मैं हमेशा से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलना चाहती थी और अखिल भारतीय फुटबॉल संघ ने अंतरराष्ट्रीय अनुभव प्राप्त करने के लिए कई अवसर दिए। इस दौरान मुझे यूरोपीय टीमों के खिलाफ खेलने का काफी अनुभव प्राप्त हुआ और मुझे एहसास हुआ कि मैं भी यूरोपीय क्लब में खेल सकती हूं और उनके साथ प्रतिस्पर्धा कर सकती हूं।’’ बाला देवी ने इस वर्ष वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की शुरुआत से पहले फरवरी में स्कॉटिश महिला प्रीमियर लीग के रेंजर्स क्लब के साथ जुड़ी थी और इस लीग में पदार्पण करते हुए उन्होंने हाल ही में अपना पहला गोल मारा था और तब से वह चारों तरफ में हैं।