हल्द्वानी। फिल्म निर्देशक संजय तिवारी आजकल अपनी पहली लघु फिल्म ‘बादशाहत का खात्मा’ पर काम कर रहे हैं। यह फिल्म मशहूर उर्दू लेखक सआदत हसन मंटो की कहानी बादशाहत का खात्मा पर ही आधारित है। इस फिल्म की सम्पूर्ण शूटिंग नैनीताल में सम्पन्न हुई है और मार्च के दूसरे सप्ताह से मुम्बई में पोस्ट प्रोडक्शन का काम शुरू किया जाएगा। शूटिंग खत्म कर हल्द्वानी में संजय तिवारी ने यूनीवार्ता से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि लगभग चालीस मिनट अवधि की इस लघु फिल्म की सम्पूर्ण शूटिंग नैनीताल के तल्लीताल स्थित बेसिक गर्ल्स हाईस्कूल के एक कमरे में और मल्लीताल इलाके में हांडी मांडी के एक बंगले में सम्पन्न हुई है। वर्ष 1993 में जीटीवी में प्रसारित होने वाले तारा धारावाहिक में मुख्य सहायक के तौर पर काम कर निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखने वाले संजय का कहना है कि पचास के दशक का माहौल तैयार करने के उद्देश्य से फिल्म के दृश्यों में ग्रामोफोन, पुराना टेलीफोन, पंखा इत्यादि वस्तुओं का इस्तेमाल किया है।
उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म के संवाद उर्दू भाषा में है। इस फिल्म में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) से स्रातक सुभाष चन्द्रा और नवोदित कलाकार रूही मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। इस फिल्म के अभिनेता, अभिनेत्री नैनीताल के ही मूल निवासी हैं। फिल्म निर्देशक संजय भी नैनीताल के मूल निवासी हैं और अभिनेता ललित तिवारी के छोटे भाई हैं।