नई दिल्ली। दिल्ली केंट थाना इलाके में 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की उपायुक्त मोनिका भारद्वाज के नेतृत्व में टीम दिल्ली कैंट में हुए 9 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और हत्या की वारदात की जांच करेगी। इस दौरान इस पूरे केस में फोरेंसिक एक्सपर्ट के जरिए सबूत जुटाना सबसे अहम होगा। क्राइम ब्रांच की एक टीम बृहस्पतिवार को घटनास्थल पर जाकर नए सिरे से क्राइम सीन को समझेगी और मामले से जुड़े लोगों के बयान भी दर्ज कर सकती है। श्मशान भूमि से जो भी अवशेष मिले थे, उन्हें पुलिस ने डीडीयू मोर्चरी भेजा है। इन अवशेषों का पोस्टमार्टम किया गया। वहीं पुलिस आरोपितों का नार्को टेस्ट भी करा सकती है।
गौरतलब है कि पश्चिमी दिल्ली के कैंट इलाके में रविवार शाम करीब साढ़े पांच बजे श्मशान घाट के पास अपने माता-पिता के साथ रहने वाली बच्ची श्मशान घाट के वाटर कूलर से पानी लेने गई थी। इसी शाम करीब 6 बजे के आसपास पुजारी और परिवार के परिचित तीन लोगों ने लड़की की मां को फोन कर बुलाया और बच्ची का शव दिखाया। चारों का कहना है कि कूलर से पानी पीने के दौरान बिजली का करंट लगने से लड़की की मौत हो गई। इस दौरान चारों ने उसकी कलाई और कोहनी पर जलने के निशान भी दिखाए। इसके बाद बच्ची का दाह संस्कार कर दिया गया। दिल्ली के डीसीपी इंजीत प्रताप सिंह का कहना है कि गिरफ्तार किए गए चार लोगों की पहचान श्मशान के 55 वर्षीय पुजारी राधेश्याम, सलीम, लक्ष्मी नारायण और कुलदीप के रूप में हुई है। फिलहाल तीनों हिरासत में हैं और इनसे पूछताछ की जा रही है।