लॉकडाउन में 28 दिन बंद रहने के बाद सोमवार से मेट्रो का परिचालन शुरू हो जाएगा। मगर यात्री मेट्रो के अंदर खड़े होकर सफर नहीं कर पाएंगे। साथ ही मेट्रो में 50 प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ ही मेट्रो खोली जाएगी। डीएमआरसी ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। डीएमआरसी के मुताबिक दिल्ली मेट्रो सेवाओं को सात जून से फिर से शुरू किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार सोमवार से चलनी वाली दिल्ली मेट्रो में केवल आधे यात्री को ही सेवा में शामिल किया जाएगा।
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) के मुताबिक मेट्रो अपने कुल बैठने की क्षमता के 50 फीसदी यात्री ही सफर करेंगे। यानि मेट्रो के अंदर खड़े होकर सफर की अनुमति नहीं होगी। डीएमआरसी ने मेट्रो परिचालन की अनुमति के बाद मेट्रो के परिचालन की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली मेट्रो के मुताबिक चूंकि 50 फीसदी की क्षमता से ट्रेन चलेगी इसलिए दिल्ली मेट्रो अपनी आधी ट्रेन ही परिचालन के लिए उतारेगी। दिल्ली मेट्रो के पास अभी 336 मेट्रो ट्रेन सेट है।
इसमें 150 मेट्रो ट्रेन सेट को परिचालन के लिए उतारा जाएगा। अगर किसी स्टेशन पर भीड होती है या यात्री बढ़ते है तो ट्रेन की संख्या मांग के अनुसार बढ़ाया जाएगा। छोटे लूप की ट्रेन भी चलाई जाएगी। मेट्रो ट्रेन की फ्रीक्वेंसी पर भी असर पड़ेगा। मेट्रो 5 से लेकर 15 मिनट के अंतराल पर चलेगा। पीक आवर्स में 5-5 मिनट तो नॉन पीक आवर्स में 15 मिनट तक का अंतराल हो सकता है। यह अलग-अलग लाइन पर अलग-अलग फ्रीक्वेंसी होगी। अगर स्टेशनों पर भीड़ बढ़ी तो कम अंतराल पर भी ट्रेन चलाई जाएगी। इसके अलावा सभी थर्मल स्क्रीनिंग के बाद प्रवेश मिलेगा। लक्षण वाले व्यक्ति को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।