नई दिल्ली। बहुराष्ट्रीय खुदरा कंपनी वालमार्ट ने महिला उद्यमियों के लिए पहल करते हुए कहा कि दुनिया भर में खुदरा आपूर्ति श्रृंखलाओं में महिलाएं महत्वपूर्ण हितधारक हैं और उत्पादक होने के नाते, सफल उद्यम चलाने तथा नेतृत्व की भूमिकाओं में उनकी पहचान है। वॉलमार्ट ने महिलाओं को सशक्त बनाते हुए जिम्मेदार और समावेशी आपूर्ति श्रृंखलाओं को विकसित करने में मदद करने वाले कार्यक्रमों का विशेष रूप से समर्थन किया है। कंपनी ने इसकी शुरूआत खुद से करते हुए महिलाओं को नेतृत्व की भूमिका में भागीदारी दी है।
निदेशक मंडल में भी उनकी नियुक्तियां इस संदर्भ में की गई हैं। कंपनी महिलाओं सहित अपने से जुड़े सभी सहयोगियों को प्रशिक्षण के अवसर उपलब्ध करवाती है जिससे वे अपने करियर को आगे बढ़ा सकें। वॉलमार्ट ने महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए निर्णायक कदम उठाए हैं ताकि वे कंपनी की आपूर्ति श्रृंखला के साथ प्रभावी ढंग से काम करते हुए अपने व्यवसायों का भी विस्तार कर सकें। वालमार्ट ने कहा कि भारत में वॉलमार्ट वृद्धि सप्लायर डेवलेपमेंट प्रोग्राम के माध्यम से यह कार्य किया जाता है।
इस प्रोग्राम का लक्ष्य है अगले पांच सालों में 50,000 एमएसएमई का सशक्तिकरण कर उन्हें घरेलू व अंतरराष्ट्रीय आपूर्ति श्रृंखलाओं का हिस्सा बनाना। यह प्रयास महामारी के उपरांत व्यवसायों को वापिस पुराने स्तर पर लाने के संदर्भ में अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। गौरतलब है कि इस महामारी ने पिछले एक साल में न वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं के स्वरूप को बदल दिया है बल्कि इस बात का महत्व भी रेखांकित किया है कि रिटेल में आॅफलाइन व आॅनलाइन दोनों को साथ लेते हुए एक समग्र मॉडल सबसे जरूरी है। और अब ज्यादा से ज्यादा छोटे व्यवसाय डिजिटल बाजार का रूख कर रहे हैं क्योंकि उन्हें इसकी व्यवसायिक संभावनाओं का भी पता है और उन्हें वहां विकास करने के अवसर भी दिखते हैं।