नई दिल्ली। दिल्ली में वायु प्रदूषण कम करने के लिए एंटी स्मॉग गन लगाई गई हैं। फिलहाल प्रदूषण कम करने वाली यह स्मॉग गन दिल्ली के कुछ व्यस्तम चौराहों और अधिकांश निमार्णाधीन स्थलों पर लगाई गई हैं। पूरी दिल्ली में अभी तक ऐसी 23 स्मॉग गन लगाई गई हैं।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा, धूल के प्रदूषण को कम करने के लिए पीडब्ल्यूडी ने 23 एंटी स्मॉग गन लगाए हैं, जो कि मुख्य चौराहे और निर्माण साइट पर लगाए गए हैं। दिल्ली में प्रदूषण को कम करने के लिए सड़कों के किनारे खासकर धूल के प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिया है। पूरी दिल्ली में पेड़ों पर और जगह-जगह सड़क के किनारे और साइट पर पानी का छिड़काव किया जाएगा, जिससे सड़क के धूल के कणों से होने वाले प्रदूषण में कमी आएगी और दिल्ली के लोगों को साफ व स्वच्छ हवा मिल सकेगी।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि पीडब्ल्यूडी ने जो रिपोर्ट दी है, उसके मुताबिक दिल्ली के अलग अलग इलाकों में पानी के छिड़काव के लिए 150 टैंकर लगाए गए हैं। मैने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को टैंकरों की संख्या को और बढ़ाने का भी निर्देश दिया है, ताकि दिल्ली के मुख्य सड़कों को कवर किया जा सके। गोपाल राय ने बताया कि अगर जरूरत होगी तो और भी चौराहे पर एंटी स्मॉग गन लगाए जायेंगे।
दिल्ली सरकार के मुताबिक इस हालात में प्रदूषण के बहुत सारे कारण हैं, दिल्ली ही नहीं पूरे उत्तर भारत में प्रदूषण की स्थिति खराब है। इसमें पहले पराली का योगदान रहा। उसके बाद अब रोजाना होने वाले प्रदूषण समेत अन्य कारणों का योगदान है। दिवाली पर दिल्ली में तो कम पटाखे चले लेकिन प्रतिबंध के बावजूद आस-पास के इलाकों में बहुत पटाखे चले हैं। उन सब का भी प्रदूषण में योगदान है।
दिल्ली में खतरनाक स्तर पर पहुंचे वायु प्रदूषण के बीच बीते दिनों एक दिन में कोरोना वायरस के 8500 मामले सामने आए थे। पिछले दो-तीन दिन से मामले कम देखने को मिल रहे हैं। हालांकि इस दौरान पहले के मुकाबले प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट भी हुए हैं। हालांकि कोरोना से दिल्ली में प्रतिदिन लगभग 100 से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने भी कहा, 10 दिन में स्थितियां नियंत्रण में आएंगी। मैं उम्मीद करता हूं कि आंकड़े भी उस तरफ इशारा कर रहे हैं। वायु प्रदूषण को कम करने करने के उपायों पर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री ने कहा, हम सब लोग रेड लाइट पर खड़े होकर जितनी देर इंतजार करते हैं, अगर वाहन का इंजन बंद करके प्रदूषण को कम करने में अपने हिस्से का योगदान देते हैं, तो हम पाएंगे कि लाखों लोग एक समय पर अपना योगदान देकर प्रदूषण को कम कर रहे होंगे।