नई दिल्ली। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट्स (इंडिया) और दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन ने उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा को कवर करने वाले मीडियाकर्मियों पर हमलों की घटनाओं की कड़ी निंदा की है। एनयूजे के अध्यक्ष प्रज्ञानंद चौधरी और महासचिव शिव कुमार अग्रवाल ने इन घटनाओं पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए बुधवार को एक बयान में कहा, हम सरकार से अनुरोध करते हैं कि मीडियाकर्मियों पर हमलों की सभी घटनाओं की जांच की जाए और हमलावरों तथा दोषी पुलिस अधिकारियों को को दंडित किया जाए।
डीजेए के अध्यक्ष राकेश थपलियाल और महासचिव केपी मलिक ने कहा, डीजेए देश की राजधानी में इन बर्बर कृत्यों की कड़ी निंदा और आलोचना करता है और केंद्र सरकार से मांग करता है कि वह अपने कर्तव्यों का पालन करने वाले मीडियाकर्मियों के लिए पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करे तथा दोषियों को गिरफ्तार करे। मीडियाकर्मियों के कैमरे छीन लिए और तोड़ दिए गए। यह सच्चाई को दबाने के उद्देश्य से किया गया था। रिपोर्टर्स के पास हिंसा को कवर करने के लिए एक कठिन समय था। बयान के अनुसार एनयूजे (इंडिया) और डीजेए जल्द ही मौजूदा स्थिति पर चर्चा करने के लिए बैठक करेंगे और मीडियाकर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री को एक ज्ञापन देंगे।