नईदिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मैन वर्सेस वाइल्ड’ में बियर ग्रिल्स के साथ मिलकर नदी के ठंडे पानी में राफ्ट बोट पर सवारी की और इस एडवेंचर के माध्यम से संरक्षण तथा स्वच्छता जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाया। डिस्कवरी चैनल के ‘मैन वर्सेस वाइल्ड विद बियर ग्रिल्स एंड प्राइम मिनिस्टर मोदी’ में दोनों ने उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट राष्ट्रीय उद्यान के जंगलों में ठंड और बारिश की मार झेली। ग्रिल्स का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बेहद ऊर्जावान और उत्साही हैं, 'मैन वर्सेस वाइल्ड' के इस एपिसोड में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और डिस्कवरी स्टार बेयर ग्रिल्स के बीच एडवेंचर के अलावा कई दिलचस्प विषयों पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कुदरत के प्रति प्यार उस समय और भी झलका, जब बेयर ग्रिल्स टाइगर के खतरे के बारे में बताते हुए उन्हें भाला देने की कोशिश की। इस पर प्रधानमंत्री मोदी बेबाकी से कहते हैं, 'मेरे संस्कार मुझे किसी की जान लेने की इजाजत नहीं देते हैं। हालांकि, आपके जोर देने पर मैं ये भाला ले लेता हूं।' उन्होंने कहा कि आपको कभी भी प्रकृति से नहीं डरना चाहिए, क्योंकि जब भी हमें लगता है कि प्रकृति के साथ हमारा तालमेल बिगड़ रहा है, तो सारी परेशानियां वहीं से ही शुरू होती हैं। एपिसोड में ऐसे ही कई दिलचस्प दृश्य दर्शकों को देखने को मिले।
प्रधानमंत्री ने जहां वन्यजीव संरक्षण पर ग्रिल्स के साथ खुलकर बातचीत की वहीं जलवायु परिवर्तन से संबंधित संवेदनशील मुद्दे को भी उठाया। कुदरत की दुनिया की सैर करते-करते प्रधानमंत्री ने ग्रिल्स को अपनी ज़िंदगी के अनछुए पहलुओं से रू-ब-रू करवाया। उन्होंने ग्रिल्स को बचपन में रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने से लेकर हिमालय में तपस्या करने तक को लेकर कई दिलचस्प किस्से सुनाए। पीएम मोदी ने ऐसा ही दिलचस्प किस्सा सुनाया, जब वे तलाब पर नहाने गए तो आते समय मगरमच्छ का बच्चा पकड़ कर घर ले आए।
जिसपर मां ने डांटते हुए कहा कि जानवरों को पकड़ना या तंग करना पाप है, इसे इसकी जगह पर छोड़कर आओ। उन्होंने ये भी बताया कि उनके पिता जी को भी प्रकृति से बेहद प्यार था। बचपन में जब भी मौसम की पहली बारिश होती थी तो आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के बावजूद भी वे 25-30 पोस्टकार्ड लाते थे और रिश्तेदारों को लिखते थे कि हमारे यहां बारिश हुई है। आज मुझे समझ आता है कि हमारे जीवन में बारिश का कितना महत्व है।