नई दिल्ली। टीम इंडिया के कप्तानी विवाद के बीच भारतीय टीम साउथ अफ्रीका पहुंच चुकी है। टीम को यहां तीन टेस्ट और तीन वनडे मुकाबले खेलने हैं। विराट कोहली की कप्तानी में टीम के पास इस बार इतिहास रचने का मौका होगा। भारत ने साउथ अफ्रीका को उसकी जमीन पर आज तक मात नहीं दी है हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष और पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि इस बार टीम इंडिया काफी मजबूत है और वह इस जीत के इंतजार को खत्म करेगी। देश कोविड- 19 वायरस के नए वैरिएंट ओमीक्रोन से जूझ रहे इस देश में बायो बबल में रहकर यह दौरा पूरा करेगी। टीम के नए कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का यह पहला विदेशी दौरा है। साउथ अफ्रीका के लिए रवाना होने से पहले टीम इंडिया विवादों में घिरी हुई थी। दौरे से पहले विराट कोहली ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई ऐसी बातें कहीं जिसके कारण उनके और सौरव गांगुली के अनबन की खबरें बन गईं। हालांकि गांगुली को लगता है कि इन सब बातों का असर टीम इंडिया पर नहीं होगा।
सौरव गांगुली ने गुरुवार को बैकस्टेज कार्यक्रम में बात करते हुए कहा कि चोटिल खिलाड़ी टीम, ‘मुझे लगता है कि भारत के पास इस बार साउथ अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने का बड़ा मौका है। भारत दक्षिण अफ्रीका की सरजमीं पर बीते 29 सालों से टेस्ट सीरीज जीतने में नाकाम रहा है। लेकिन विराट कोहली इस बार इस मिथक को तोड़ना चाहेंगे। लेकिन कुछ प्रमुख खिलाड़ियों को दौरे पर न जाने टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। रोहित शर्मा हैमस्ट्रिंग की चोट के चलते दौरे से बाहर हो गए हैं। वहीं चोटिल रवींद्र जडेजा भी दक्षिण अफ्रीका दौरे पर नहीं जा पाए हैं।’ भारतीय टीम 29 साल में 7 दफा इस देश का दौरा कर चुकी है, लेकिन वह एक भी मौके पर टेस्ट सीरीज अपने नाम नहीं कर पाई है।
वहीं सौरव गांगुली से अनबन को लेकर भारतीय कप्तान ने कहा, ‘टीम से बाहर बहुत कुछ होता रहता है लेकिन आप सिर्फ उन्हीं चीजों पर नियंत्रण रख सकते हैं, जो आपके बस में हैं। मैं मानसिक रूप से तैयार हूं और साउथ अफ्रीका में खेलने को लेकर उत्सुक हूं।’ रोहित शर्मा को टेस्ट उपकप्तान बनाया गया था हालांकि हैमस्ट्रिंग के कारण वह इस सीरीज में नहीं खेल पाएंगे।’