नई दिल्ली। इन दिनों भारतीय टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल की तैयारियों में व्यस्त है। दरअसल 18 जून से भारत और न्यूजीलैंड के बीच फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साउथैप्टन मैदान पर खेला जाएगा। पहले विदेशी पिचों पर भारत के लिए टेस्ट मैच जीतना काफी बड़ी बात मानी जाती थी। लेकिन अब ऐसा नहीं है, विराट कोहली की टीम ने साल 2015 से विदेशी पिचों पर जबरदस्त प्रदर्शन किया है। वहीं कोहली की टीम श्रीलंका में पांच, वेस्टइंडीज में चार, ऑस्ट्रेलिया में चार, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक टेस्ट जीतने में सफल रही है।
दरअसल भारत ने 1932 से 1999 तक 330 टेस्ट मैच खेले थे, इसमें भारत 109 टेस्ट मैच हारा और सिर्फ 61 टेस्ट जीतने में सफल रहा। लेकिन साल 2000 से भारतीय टीम ने जीत की आदत डाल ली। इस दौरान सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रहे हैं। साल 2000 से भारत 220 टेस्ट मुकाबले में 101 जीते जबकि 60 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा।
वहीं पिछले 20 सालों में विराट कोहली सबसे ज्यादा सफल रहे, भारतीय टीम ने साल 2015 में भारत ने 64 टेस्ट मैच खेले हैं और उसमें 40 मैच जीते हैं। भारत को सिर्फ 13 टेस्ट मैच में हार मिली है जबकि 11 टेस्ट ड्रॉ रहे, हालांकि, इस दौरान भारत ने 62.5 फीसदी मैच जीते। इसके साथ ही विराट कोहली भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान भी हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 60 टेस्ट मैचों में 36 मुकाबले जीते हैं जबकि सिर्फ 14 मैच गंवाए।