क्रिकेट टीमों में आमतौर पर एक स्थान के लिए कई विकल्प होते हैं। प्रतिस्पर्धा बेहद कड़ी होती है। ऐसे में गाहे बगाहे ही किसी नए खिलाड़ी को अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज करने का मौका मिलता है। लेकिन अगर कोई आपसे ये कहे कि प्लेइंग इलेवन के कुल 11 में से 6 सदस्य अपना पहला ही मैच खेल रहे हों तो यकीन करना थोड़ा मुश्किल तो होगा ही। लेकिन 1978 में आज के दिन यानी 31 मार्च को ऐसा हुआ था।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बारबडोस में खेले गए इस टेस्ट में वेस्टइंडीज के लिए छह खिलाडि़यों ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी। ये मैच 31 मार्च से 5 अप्रैल तक जॉर्जटाउन में खेला गया था। वेस्टइंडीज ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। टीम की प्लेइंग इलेवन की घोषणा करने की बारी आई तो लिस्ट में छह नाम ऐसे थे जो इसी मैच से अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का आगाज कर रहे थे। ये नाम थे सिल्वेस्टर क्लार्क, डेविड मरे, बासिल शॉटगन विलियम्स, एल्विन ग्रीनीज, नॉर्बर्ट फिलिप और स्यू शिवनारायण। मैच में वेस्टइंडीज ने पहली पारी में 205 रन बनाए। टीम के लिए डेब्यू कर रहे एल्विन ग्रीनीज और स्यू शिवनारायण ने शानदार अर्धशतक लगाए। एल्विन ने 56 तो शिवनारायण ने 53 रनों की पारी खेली।
ऑस्ट्रेलिया के लिए ज्यॉफ थॉमसन और वेन क्लार्क ने चार-चार विकेट लिए। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 286 रन बनाए। सबसे ज्यादा 67 रन कप्तान बॉब सिम्पसन के बल्ले से निकले, जबकि विकेटकीपर स्टीव रिक्सन ने 54 व ग्रेम वुड ने 50 रन बनाए। विंडीज के लिए डेब्यू कर रहे गेंदबाज नॉर्बर्ट फिलिप ने सबसे ज्यादा 4 विकेट लिए तो अन्य डेब्यूटेंट सिल्वेस्टर क्लार्क के हाथ तीन शिकार आए। वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में 439 के मजबूत स्कोर तक पहुंची। दूसरी पारी में टीम के दो बल्लेबाजों ने शतक लगाए। लैरी गोम्स ने 101 तो डेब्यू कर रहे बासिल विलियम्स ने 100 रनों का योगदान दिया।
उनके अलावा स्यू शिवनारायण ने दूसरी पारी में भी अर्धशतक लगाते हुए 63 रनों की पारी खेली। डेरिक पैरी के बल्ले से 51 रन निकले। ऑस्ट्रेलिया के लिए वेन क्लार्क ने इस बार भी चार शिकार किए। इस तरह ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 359 रनों का लक्ष्य मिला। मेहमान टीम ने क्रेग सर्जिएंट के 124 और ग्रेम वुड के 126 रनों की बदौलत ये लक्ष्य 7 विकेट खोकर हासिल कर लिया। उस समय टेस्ट क्रिकेट में ये लक्ष्य हासिल करना आसान काम नहीं था।