चेन्नई। दक्षिण अफ्रीका के आलराउंडर क्रिस मोरिस को राजस्थान रॉयल्स ने गुरुवार को आईपीएल नीलामी में जैसे ही 16.25 करोड़ रुपए की हैरतअंगेज कीमत पर खरीदा वैसे ही मोरिस आईपीएल नीलामी के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए। ऑस्ट्रेलिया के आलरांडर ग्लेन मैक्सवेल को रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने 14.25 करोड़ रुपए और ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबजा झाई रिचर्डसन को पंजाब किंग्स ने 14 करोड़ रुपए में खरीदा। मोरिस ने भारत के युवराज सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा, जिन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स ने 2015 की नीलामी में 16 करोड़ रुपये में खरीदा था।
मोरिस इसके साथ ही आईपीएल के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुर के कप्तान विराट कोहली को 17 करोड़ रुपए की कीमत मिलती है। राजस्थान टीम ने मोरिस को खरीदने के लिए उस समय होड़ में छलांग लगाई, जब उनकी कीमत 10.25 करोड़ रुपए पहुंच चुकी थी और मुंबई इंडियंस मोरिस को हथियाने के करीब पहुंच गई थी, लेकिन पंजाब ने फिर 13.50 करोड़ की बोली लगाई और बोली के 16 करोड़ पर पहुंचने के बाद पंजाब ने अपने हाथ खींच लिए।
मोरिस का आधार मूल्य 75 लाख रुपए था। राजस्थान ने अपने 34.85 करोड़ रुपए के पर्स में से 16.25 करोड़ मोरिस को खरीदने पर खर्च कर दिए। नीलामी में बेंगलुरु की टीम ने ऑस्ट्रेलियाई आलराउंडर ग्लेन मैक्सवेल को 14.25 करोड़ रुपए में खरीदा, लेकिन इसके तुरंत बाद ही राजस्थान रॉयल्स ने मोरिस को 16.25 करोड़ रुपए में खरीद लिया। 33 वर्ष के मोरिस 2015 के सत्र में राजस्थान टीम का हिस्सा रहे थे और तब उन्होंने 11 मैचों में 311 रन बनाने के अलावा 13 विकेट लिए थे।
उन्होंने 70 आईपीएल मैचों में 157.88 के स्ट्राइक रेट से 551 रन बनाए हैं और 7.81 के इकोनॉमी रेट से 80 विकेट भी लिए हैं। वह पिछले सत्र में बेंगलुरु टीम का हिस्सा थे, लेकिन पेट की चोट के कारण नौ मैच ही खेल पाए थे, जिनमें उन्होंने 11 विकेट लिए थे। मोरिस की पिछले साल की कीमत 6.25 करोड़ रुपए थी, जिसमें इस बार 10 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ है। मैक्सवेल का पिछला सत्र निराशाजनक रहा था और वह 13 मैचों में कुल 108 रन बना पाए थे और एक भी छक्का लगाने में नाकाम रहे थे। पंजाब टीम ने इस सत्र में मैक्सवेल को रिलीज कर दिया था और वह दो करोड़ रुपए के आधार मूल्य के साथ नीलामी में उतरे।