मुंबई। भारतीय तेज गेंदबाज अशोक डिंडा ने क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। संन्यास के बाद डिंडा ने बीसीसीआई को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया है। डिंडा ने भारत के लिए 13 वनडे मैच खेले हैं जिसमें 12 विकेट झटके हैं वहीं 9 टी-20 मैच खेलते हुए 17 विकेट लेने में सफल रहे। फर्स्ट क्लास क्रिकेट मैच में डिंडा ने कमाल की गेंदबाजी की है। डिंडा ने 116 मैच खेलते हुए 420 विकेट लेने में कामयाब रहे हैं। डिंडा ने अपना फर्स्ट क्लास क्रिकेट का ज्यादातर मैच बंगाल की ओर से खेला है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2021 में गोवा की ओर डिंडा खेल रहे थे। इसके अलावा डिंडा दिल्ली डेयरडेविल्स, कोलकाता नाइट राइडर्स, पुणे वॉरियर्स, राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के लिए आपीएल का हिस्सा रह चुके हैं।
संन्यास का ऐलान करते वक्त अशोक डिंडा ने कहा, 'भारत के लिए खेलना हर किसी का लक्ष्य है, मैंने बंगाल की ओर से खेला, इसलिए मुझे भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला। मैं बीसीसीआई के प्रति आभार जताता हूं कि उसने मुझे भारत के लिए खेलने का मौका दिया। दीप दास गुप्ता, रोहन गावस्कर जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने मुझे बंगाल के लिए खेलने के लिए मार्गदर्शन किया।
अशोक डिंडा ने साल 2010 में वनडे मैच में डेब्यू किया था। संन्यास को लेकर ऐलान करने हुए डिंडा ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को धन्यवाद दिया। डिंडा ने कहा कि भारत के पूर्व कप्तान ने हमेशा उनका समर्थन किया।
उन्होंने कहा, "मैं सौरव गांगुली को विशेष धन्यवाद कहना चाहूंगा। मुझे याद है 2005-06 में गांगुली ने मुझे 16 सदस्यीय टीम में चुना था। मैंने महाराष्ट्र के खिलाफ डेब्यू किया। मैं हमेशा दादा का कर्जदार रहूंगा। उन्होंने हमेशा मेरा साथ दिया." इस दौरान उन्होंने सीएबी को भी धन्यवाद दिया।