नई दिल्ली। किसी भी क्रिकेटर के लिए इंटरनेशनल टीम में स्थान बनाना सरल नहीं होता। हर खिलाड़ी को इसके लिए जीवन में संघर्ष करना होता है। कुछ ऐसी ही मुश्किलों का सामना ऑस्ट्रेलिया के युवा बल्लेबाज जोश फिलीपी को भी करना पड़ा। जोश फिलीपी (Josh Philippe) का सेलेक्शन न्यूजीलैंड के विरूद्ध टी20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम में हुआ है। फिलीपी को बिग बैश लीग 2020-2021 में बहुत बढ़िया प्रदर्शन करने का पुरस्कार मिला है।
जोश फिलीपी ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से खास वार्ता में अपने संघर्ष का खुलासा किया। फिलीपी ने बताया कि कभी उनके पास खाने तक के पैसे नहीं होते थे। उनके पास इतना पैसा नहीं होता था कि वो तीनों समय का खाना खा सकें। फिलीपी ने बताया, ‘मैं उस समय वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया का मेम्बर नहीं था, मुझे लगा कि मेरा क्रिकेट के बड़े स्तर पर खेलने का सपना टूट जाएगा। ये सोचकर मुझे अचंभा होता है कि उस समय मेरी जेब में महज 20 पाउंड होते थे जिससे मुझे खाना खाने के बारे में भी दो बार सोचना पड़ता था। आज मैं उन्हीं संघर्षों के दम पर यहां पहुंचा हूं। ‘
जोश फिलीपी वर्ष 2017 में ऑस्ट्रेलिया छोड़कर ब्रिटेन गए थे, जहां वो न्यूकासल क्रिकेट क्लब के लिए खेले। फिलीपी ने 60 से अधिक की औसत से 13 हजार रन बनाए। वहीं से फिलीपी ने अपना नाम बनाया। जोश फिलीपी ने आईपीएल 2020 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए 5 मैच भी खेले लेकिन वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे। फिलीप ने महज 19.5 की औसत से 78 रन बनाए। उनका हड़ताल रेट भी केवल 101.3 रहा।