अबु धाबी। लगातार निराशाजनक प्रदर्शन कर रही किंग्स इलेवन पंजाब की टीम के लिए कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के खिलाफ शनिवार को करो या मरो का मुकाबला होगा जहां उसे हर हाल में जीत हासिल कर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें कायम रखनी होगी। पंजाब को पिछले लगातार चार मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। उसे सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पिछले मैच में 69 रनों की करारी हार का सामना करना पड़ा था जबकि कोलकाता को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ पिछले मैच में शानदार जीत हासिल हुई थी। पंजाब के छह मैचों में एक जीत और पांच हार के साथ दो अंक है और वह अंक तालिका में सबसे निचले आठवें स्थान पर है।
कोलकाता की टीम पांच मैचों में तीन जीत और दो हार के साथ छह अंक लेकर चौथे नंबर पर है। पंजाब को अगर प्लेऑफ की होड़ में शामिल रहना है तो उसे कोलकाता के खिलाफ हर हाल में जीत हासिल करनी होगी। अगर उसे इस मुकाबले में भी हार नसीब होती है तो उसके लिए प्लेऑफ में पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। पंजाब के आठ मैच बाकी है और प्लेऑफ की दौड़ में बरकरार रहने के लिए उसे कम से कम 14 अंकों की जरुरत होगी, ऐसे में एक भी हार उसके लिए आगे की राह कठिन कर सकती है।
हैदराबाद के खिलाफ पंजाब की गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों ही पूरी तरह विफल रही थी।हैदराबाद के कप्तान डेविड वार्नर और जॉनी बेयरस्टो पंजाब के गेंदबाजों पर कहर बनकर टूटे और पहले विकेट के लिए 160 रन की साझेदारी की। पंजाब का कोई भी गेंदबाज इन खिलाड़यिों को परेशान नहीं कर पा रहा था। पंजाब के लिए हालांकि राहत की बात यह रही कि उसके लेग स्पिन गेंदबाज रवि बिश्नोई ने अंत के ओवर में कसी हुई गेंदबाजी की और हैदराबाद को 201 रन पर रोके रखा। लेकिन कोलकाता के खिलाफ उसे अपनी इन गलतियों से सीख लेनी होगी क्योंकि कोलकाता के पास शुभमन गिल, नीतीश राणा, राहुल त्रिपाठी, इयोन मोर्गन और आंद्रे रसेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज हैं।
पंजाब की बल्लेबाजी भी हैदराबाद के खिलाफ नाकाम रही और बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए वह 132 रन पर ढेर हो गयी थी। पंजाब के बल्लेबाजों के पास वापसी करने की क्षमता है। कप्तान लोकेश राहुल और मयंक अग्रवाल की ओपनिंग जोड़ी केकेआर के लिए मुसीबत खड़ी कर सकते हैं। पिछले मुकाबले में राशिद खान ने पंजाब के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया था, ऐसे में पंजाब को सुनील नारायण और कुलदीप यादव की फिरकी से पार पाना होगा। पंजाब को टी-20 के सबसे विध्वंसक बल्लेबाज क्रिस गेल को आजमाने के बारे में भी सोचना होगा जो अब तक बेंच पर बैठे हैं।